विक्रम मिश्र, लखनऊ। महाकुंभ 2025 की तैयारी युद्धस्तर पर चल रही है। एक तरफ पूरे प्रयागराज का रंगरोगन करवाया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर पर्यटकों को लुभाने और महाकुंभ की याद संजोने के लिए प्रशासन अन्य व्यवस्थाओं को मूर्त रूप दे रहा रहे है, इसके लिए नए प्रयोगों का भी दौर जारी है।
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डोम सिटी का प्रारूप है तैयार
प्रदेश में पहली बार जमीन से 18 फिट ऊंचाई पर डोम सिटी बसाने की तैयारी शुरू की गई है। जहां से पर्यटक ऊंचाई से महाकुंभ का नजारा ले सकेंगे। बता दें कि पर्यटन विभाग की तरफ से महाकुंभ को अलौकिक बनाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है। नैनी के अरैल पर, झूंसी व परेड ग्राउंड में टेंट सिटी बसाई जा रही है। जहां पर पर्यटकों के रहने के लिए अत्यधुनिक सुविधाओ से लैस स्विस कॉटेज बनाये जा रहे है। पर्यटन विभाग नैनी के ही अरैल तट पर 18 फिट ऊंचा डोम सिटी भी बना रहा है। 1400 स्क्वायर फीट क्षेत्र में तकरीबन 200 लोगों के लिए बनने वाला डोम सिटी बहुत खास होगा।
महाकुंभ नगरी बना 76 वां जिला
यूं तो संवैधानिक तौर पर प्रदर्श में महज 75 जिले ही है लेकिन, महाकुंभ में श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ता है। ऐसे में प्रशासन द्वारा महाकुंभ नगरी को प्रदेश का अस्थाई 76 वां जिला घोषित किया गया है। मेला अधिकारी विजय किरन आनंद ने बताया कि यहां पर थाने और चौकियां बनेगी, साथ ही एक अस्थायी जिलाधिकारी महाकुंभ का पद होगा। इसके अलावा एसएसपी और अन्य पदाधिकारियों की व्यवस्था भी होगी। इस बार महाकुंभ को खास बनाने के लिए प्रशासन बहुत कुछ व्यवस्थाएं कर रहा है। जिसकी देखभाल और अन्य कार्य सुव्यवस्थित करने के लिए अधिकारियों और कर्मचारियों की जरूरत पड़ेगी ही। इस बार महाकुंभ में 45 करोड़ आबादी के आने की उम्मीद है, जिसको लेकर ही ये बुनियादी ढांचों को मजबूत करने की कवायद चल रही है।
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