रोहित कश्यप,मुंगेली। शहर में ओम शांति दुर्गा उत्सव समिति के द्वारा महिषासुर मर्दिनी मातारानी की प्रतिमा 5 अन्य देवी-देवताओं के साथ आकर्षण का केन्द्र बनीं हुई है. यहां विराजमान मां शक्ति के दर्शनों के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं. यहां पर मातारानी की 46 साल से एक ही जैसी प्रतिमा विराजमान होती है.

ये आप सभी जानते हें कि दुर्गा पूजा में पूजी जाने वाली मां दुर्गा की भव्‍य मूर्तियों का एक खास महत्व होता है. शहर की ओम शांति दुर्गा उत्सव समिति पिछले 46 वर्षों से महिषासुर मर्दिनी मातारानी सहित 5 अन्य देवी-देवताओं की प्रतिमाओं को विराजमान करती आ रही है. समिति की खासियत यह है कि 46 साल पहले जैसी मूर्ति स्थापित की गई थी. आज भी ठीक वैसे ही प्रतिमा विराजित की जाती है.

ओम शांति दुर्गा उत्सव समिति लगातार 1973 से माता रानी की प्रतिमा विराजमान करता आ रहा है. यहां महिषासुर रूपी मातारानी की मूर्ति के साथ 5 अन्य देवी देवताओं की मूर्ति स्थापित की जाती है और पूरे विधि विधान के साथ 9 दिनों तक माता की पूजा अर्चना कर विसर्जन किया जाता है.खास बात यह है कि इस मूर्ति का रूप 46 साल पहले जैसे था वो आज भी 5 देवी देवताओं के साथ ही स्थापित किया गया है.

समिति के अध्यक्ष अनिल सोनी ने बताया कि 1973 से यह समिति बनी हुई और बिना किसी चंदा के सदस्य ही अपनी राशि लगाकर देवी जी की प्रतिमा को विराजमान करते आ रहे हैं.

समिति के सदस्य रामनारायण मिश्रा ने बताया कि 1973 में सभी सदस्य अपने स्कूल के समय में बदमाशी और लड़ाई झगड़े में मशगूल रहते थे जिसपर सभी सदस्य अपने आपको शांत रखने और नगर में शांति व्यवस्था बने रहने के उद्देश्य से मातारानी की मूर्ति स्थापित की गई. जो कि आज तक परम्परा चली आ रही है वही वर्तमान में सभी सदस्य नगर के प्रतिष्ठित नेता, व्यापारी सहित अन्य उच्च पदों में पदस्थ हैं भले ही नगर मे मातारानी की आकर्षक मूर्तियां अलग अलग साज सज्जा में विराजित हो पर नगर में 46 सालो से महिषासुर रूपी मातारानी सहित 5 देवी देवताओं की मूर्ति के दर्शन करने के लिए लोग जरूर आते है.