रायपुर। जिला मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय ने मैट्स विश्वविद्यालय को प्रशस्ति पत्र प्रदान किया है. यह प्रशस्ति पत्र विश्वविद्यालय मनोविज्ञान विभाग के विद्यार्थियों द्वारा कोरोनाकाल के चरम पर ऐसे कोरोना मरीजों को परामर्श एवं मानसिक संबंल प्रदान करने के लिए दिया गया. जिनके अवसादग्रस्त होने की संभावना चिकित्सों द्वारा परिलक्षित की गई थी. विद्यार्थियों ने अपने विभागध्यक्षा डाॅ. शाईस्ता अंसारी के कुशल निर्देशन एवं मार्गदर्शन में उक्त जिम्मेदारी का जिस कुशलता से निर्वहन किया उसकी छत्तीसगढ़ शासन द्वारा भूरि-भूरि प्रशंसा की गई.

आज रायपुर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय में आयोजित सम्मान समारोह में मैट्स विश्वविद्यालय के कुलसचिव गोकुलानंद पंडा और मैट्स विश्वविद्यालय के कला एवं मानविकी संकाय-मनोविज्ञान की विभागाध्यक्षा डाॅ. शाईस्ता अंसारी को स्मृति चिन्ह एवं छात्रों के लिए प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया.

कुलसचिव गोकुलानंद पंडा ने बताया की मैट्स विश्वविद्यालय अपने सामाजिक सरोकारों के निर्वहन में सदैव अग्रणी रहा है. भविष्य में भी उसकी ऐसी अनेक योजनाएं हैं जिनके फलीभूत होने पर राज्य के नागरिकों को अपार लाभ होगा. डाॅ. शाईस्ता ने जिला मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को अपनी विभाग के छात्रों को यह अवसर प्रदान करने के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया. राज्य की कल्याणकारी योजनाओं में यथा संभव सहयोग के लिए विश्वविद्यालय की वचनबद्वता को दोहराया.