बरेली. उत्तराखंड में सोमवार को समान नागरिक संहिता (UCC) लागू कर दिया गया है. सीएम धामी ने पोर्टल का शुभारंभ किया. अब यूसीसी को लेकर ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि भारत का मुसलमान कानून को मानता है और कानून पर अमल करता है. लेकिन ये नहीं हो सकता की शरीयत का विरोध करें, शरीयत के उसूलों का उल्लंघन करके दूसरे कानून पर अमल करें. जितना सम्मान मुसलमान कानून का करता है, उतना ही सम्मान संविधान का भी करता है. उतनी ही इज्जत शरीयत के उसूलों की करता है.
मौलाना ने बयान जारी करते हुए कहा कि यूसीसी अगर पूरा उत्तराखंड में लागू किया जाता है और इसमें कहीं भी शरीयत के उसूलों से कोई टकराव नहीं है. समानता है और कहीं कोई शरीयत का विरोध नहीं होता है, तो मुसलमान इस यूसीसी को मानेगा और अमल करेगा. लेकिन कहीं कुछ ऐसे उसूल हैं जिन पर शरीयत का विरोध हो रहा होगा, तो ऐसी स्थिति में मुसलमान बाध्य नहीं है और उस पर अमल करने के लिए मजबूर नहीं है.
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सीएम धामी ने किया नियमावली का लोकार्पण
बता दें कि ढाई साल की तैयारियों के बाद उत्तराखंड सरकार ने आज देवभूमि में समान नागरिक संहिता (UCC) लागू कर दी है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्य सेवक सदन में UCC की नियमावली और पोर्टल का लोकार्पण किया. यूसीसी के लिए तत्काल अधिसूचना जारी कर दी गई है. इसी के साथ यूसीसी लागू करने वाला उत्तराखंड देश का पहला राज्य बन गया है.
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