लखनऊ. बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने गुरुवार को पार्टी के सभी मंडलों के वरिष्ठ पदाधिकारियों की बैठक ली. उन्होंने कहा कि वे जन-जन तक पहुंचकर पार्टी की नीतियों के बारे में लोगों को बताएं.
बसपा प्रमुख मायावती ने कहा कि बसपा ने राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को समर्थन देने का फैसला किसी व्यक्ति अथवा पार्टी विशेष के दबाव में नहीं किया है बल्कि एसटी समुदाय के बहुजन समाज के अभिन्न अंग होने के नाते किया है. यह फैसला न एनडीए के पक्ष में हैं और ने यूपीए के विरुद्ध. उन्होंने कहा कि यूपीए ने अपना उम्मीदवार चुनते समय इस पर कोई मशविरा तक नहीं किया. सरकार की गलत नीतियों, अहंकारी रवैये के कारण हालात दिन ब दिन बिगड़ रहे हैं. सरकार दुखद माहौल से लोगों का ध्यान बांटने के लिए दमनकारी तरीके गिरफ्तार करो, जेल भेजो, मकान ध्वस्त करो नीति अपना रही है जो पूरी तरह गलत है. यह संवैधानिक व मानवीय दृष्टि से अनुचित है.
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पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसा ही सरकारी नौकरियों की भर्ती में हो रहा है. अब सेना में भी ठेके की तरह अस्थाई तौर पर अग्निवीरों की भर्ती के कारण युवा आक्रोशित हैं. पहले भूमि अधिग्रहण और उसके बाद किसान आंदोलन की तरह ही यह मामला भी है. मायावती ने कार्यकर्ताओं से आगामी चुनाव की तैयारियों में पूरी तरह से जुट जाने को कहा है.