विक्रम मिश्र, लखनऊ. उत्तर प्रदेश के उपचुनाव साथ मे महाराष्ट्र और झारखंड में हुए आम चुनाव पर बसपा सुप्रीमो मायावती ने अपनी राय दी है। बसपा प्रमुख ने एक बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि बसपा अब कभी भी उपचुनाव नहीं लड़ेगी। हालांकि आपको बता दें कि बसपा इससे पहले भी कभी त्रिस्तरीय पंचायती चुनाव और उपचुनाव नहीं लड़ती थीं। लेकिन 2007 के बाद कभी सत्ता का स्वाद नहीं चखने वाली बसपा ने उपचुनाव और पंचायती चुनाव में भी प्रत्याशी खड़े किए।
भाजपा-कांग्रेस कर रही कमज़ोर
यूपी में सियासत का समीकरण कभी बुना जाता तो इसकी परिकल्पना बिन बसपा के नहीं की जा सकती थी। लेकिन अब बदले परिदृश्य के कारण बसपा हाशिये पर है। हालांकि मायावती ने इसके लिए कांग्रेस और भाजपा को ज़िम्मेदार बताया। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि ये दोनों पार्टी बसपा को कमज़ोर करने के लिए अन्य छोटे दलों को फंडिंग कर रही हैं। जिससे कि वोटबैंक बट जा रहा है।
बैलेट पेपर तो लूटते थे अब EVM भी हैक हो रहे
बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष ने महाराष्ट्र और झारखंड के साथ बीते दिनों हरियाणा के चुनाव पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पहले तो बैलेट पेपर लूटने की घटना सामने आती थी, जिसके बाद EVM यानी इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन का सहारा लिया गया, लेकिन अब ये भी हैक होने लगी है।
आम चुनाव दमदारी से लड़ेंगे
मायावती ने खुलकर कहा कि बसपा उपचुनाव से ज़रूर दूरी बना रही है, लेकिन आम चुनाव पूरी दमदारी से लड़ेगी। उन्होंने सम्भल में हो रहे विवाद पर भी अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इस विवाद की मुख्य वजह सरकार और प्रशासन है। सरकार अगर चाहती तो दोनों पक्षो को पास बिठाकर मामले में बीच का रास्ता निकाल सकती थी।