विक्रम मिश्र, लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी अब अपने परंपरागत वोटर्स को सहेजने की कोशिश कर रही है। यही कारण है कि, मुस्लिम समाज को लेकर मायावती की चिंता जायज है। हालांकि वक़्फ़ संशोधन बिल को लेकर मायावती बहुत खुलकर बयान नहीं दिया है लेकिन वक़्फ़ बिल के नाम पर उंन्होने कांग्रेस भाजपा पर जमकर निशाना साधा है।

इंडिया गठबंधन में बेचैनी

मायावती ने कहा कि वक्फ बिल पर लोकसभा में हुई लंबी चर्चा में नेता प्रतिपक्ष द्वारा कुछ नही बोलना अर्थात सीएए की तरह संविधान का उल्लंघन होने का मामला होने के विपक्ष के आरोप के बावजूद इनका चुप्पी साधे रहना क्या उचित है? नेता प्रतिपक्ष के इस तरह के रवैये को लेकर इंडिया गठबंधन में बेचैनी है जबकि मुस्लिम समाज आक्रोशित है।

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अल्पसंख्यकों को छलावे से बचना जरूरी

बसपा मुखिया ने कहा कि वैसे भी देश में बहुजनों के हित, कल्याण एवं सरकारी नौकरी व शिक्षा आदि में इन वर्गों के आरक्षण के अधिकार को निष्प्रभावी व निष्क्रिय बनाकर इन्हें वंचित बनाए रखने के मामले में कांग्रेस, भाजपा आदि ये पार्टियाँ बराबर की दोषी। धार्मिक अल्पसंख्यकों को भी इनके छलावा से बचना जरूरी।

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बहुजनों की स्थिति हर मामले में बदहाल

इनके ऐसे रवैयों के कारण उत्तर प्रदेश में भी बहुजनों की स्थिति हर मामले में काफी बदहाल व त्रस्त जबकि भाजपाइयों को कानून हाथ में लेने की छूट। साथ ही, बिजली व अन्य सरकारी विभागों में बढ़ते हुए निजीकरण से हालात चिन्तनीय। सरकार जनकल्याण का संवैधानिक दायित्व सही से निभाए।