नेहा केशरवानी, रायपुर. राजधानी में चल रहे अखिल भारतीय महापौर सम्मेलन का आज समापन राज्यपाल अनुसुइया उइके की उपस्थिति में हुआ. 2 दिन चले इस सम्मेलन में नगर निगमों के कामकाज को लेकर चर्चा हुई. मुख्य रूप से आने वाले समय मे होने वाले कार्यों की चर्चा हुई. साथ ही यह तय हुआ कि शहर को सुंदर रखते हुए रायपुर शहर का जन्मदिन मनाना हैं, जो अच्छा काम करते हैं उन्हें श्री की उपाधि देनी है. इसके अलावा शहर को वाटर प्लस सिटी बनाना है. वहीं विचारों के आदान-प्रदान में यहां की गौमूत्र गोबर प्रणाली को अन्य महापौर ने सराहा है.

बता दें कि, देश भर में निगमों को मजबूत करने के उद्देश्य से इस सम्मेलन का आयोजन हुआ था, इसमें संविधान का 74वा संशोधन लागू करने का प्रस्ताव, कोचिंग एरिया में वाईफाई लगाने, शहर में हरियाली बढ़ाने, महापौर पार्षदों के वेतन वृद्धि इन तमाम मुद्दों पर चर्चा हुई. इस सम्मेलन में देश भर से 52 महापौर भी शामिल हुए थे. राज्यपाल अनुसुइया ने मंच में सभी महापौर से कहा कि, अपनी जिम्मेदारी का वहन ईमानदारी से करिए और 24 घंटे अपने फोन चालू रखिए नागरिकों को कभी भी आपकी जरूरत पड़ सकती है.

राज्यपाल उइके ने कहा महापौरों से कहा कि, जितने पार्षद, अध्यक्ष, सभापति हैं, उनसे कहना कि कभी भी अपना मोबाइल बंद मत करना, 24 घंटे चालू रहना चाहिए, जब कोई कुछ बन जाता है उस समय हमारे फोन बंद हो जाते हैं, और हम बहुत कम फोन उठाते हैं. यह बहुत बड़ी जिम्मेदारी है, यही आपका कर्तव्य हैं, निष्ठा के साथ जनता के बीच रहना. जिसने अपने कर्तव्य को निभाया वही व्यक्ति आगे चलकर विधायक मंत्री, सांसद और भी अपने अन्य जिम्मेदारियों के पद पर पहुंचता है.

उन्होंने ये भी कहा, जब मैं विदेशों की यात्रा में जिनेवा, लंदन, रूस गई वहां कोई भी सड़क में पान, सिगरेट, पैकेट, कचरा दिखे तो वहां व्यक्ति ये नहीं सोचता कि मेरा काम नहीं है, सिर्फ सफाईकर्मी का काम है, वहां लोगों के मन में देशभक्ति की भावना है. यहां जितने महापौर है यह इनकी अकेले की जिम्मेदारी नहीं है. सहभागिता जनता का भी योगदान होना चाहिए, तभी शहर को सुंदर बना सकते हैं.

वहीं शहर को सुंदर बनाने के लिए महापौर एजाज ढेबर से कहा कि 10-10 15-15 की टोली बनाकर पार्षदों को अन्य देशों का विजिट कराएं, वहां किस तरीके से शहर सुंदर दिखता है, वहां लोगों में किस तरह की संस्कृति है, इसका बहुत बड़ा लाभ होगा यह मेरा सुझाव है.

महापौर एजाज ढेबर ने कहा, छत्तीसगढ़ प्रदेश को इस सम्मेलन की मेजबानी का मौका मिला. पूरे देश के हर कोने से महापौर यहां पर आए अपनी बातों को रखा, अपने विचारों का आदान-प्रदान किया, दलगत राजनीति से ऊपर उठकर हमारे शहर में किस तरीके से विकास हो रहा है इस मुद्दे पर चर्चा हुई. बैठक में तय हुआ कि आने वाले समय में क्या-क्या काम करना है.