संदीप शर्मा, विदिशा। स्कूल में बना दिया ‘मजार’: विदिशा के कुरवाई स्थित सीएम राइज स्कूल में मजार (Mazar at CM Rise School) नुमा चबूतरा बनाने का मामला सामने आया है। साथ ही स्कूल में लगी खिड़कियों और जाली को हरे रंग से रंगवाया गया। स्कूल को सांप्रदायिक रूप देने का आरोप स्कूल की मुस्लिम प्रभारी प्राचार्य शाहिना फिरदौस और उनके पति बन्ने खां पर लगे हैं। वहीं मामला उजागर होने के बाद सरकारी खर्च पर चबूतरे को मजार का स्वरूप देने का मामला गरमा गया है।

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सरकारी खर्च पर चबूतरे को मजार का स्वरूप देने के मामले की जांच की गई तो इसकी पुष्टि हुई। शिक्षकों के बयान के बाद प्राचार्य शाहिना को हटाकर पास के ही एक स्कूल में अटैच कर दिया गया है। वहीं इस मामले की जांच के लिए राष्ट्रीय बाल संरक्षण अधिकार आयोग (National Commission for Protection of Child Rights) भी स्कूल पहुंचकर मामले की जांच करेगा।

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वहीं स्कूल में कार्यरत शिक्षकों ने बताया कि कुरवाई की सीएमएस स्कूल में राष्ट्रगीत और राष्ट्रगान पर भी पाबंदी थी। इसकी गोपनीय जांच कराई गई तो यह मामला उजागर हुआ मामला उजागर होने के बाद से राष्ट्रगीत और राष्ट्रगान शुरू हो सके। टीचरों ने बताया कि शाहिना फिरदौस ने प्राचार्य रहते हुए फरवरी 2022 में मजार नुमा चबूतरा बनवाया गया था। पूर्व में उस स्थान पर कुछ नहीं था। जब स्कूल के ही एक रिटायर शिक्षक बलीराम साहू ने सरस्वती मंदिर निर्माण की अनुमति शाहिना फिरदौस से मांगी तो उन्होंने मना कर दिया।

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प्राचार्या को दूसरे स्कूल में अटैच किया गया, जांच जारी

इस संबंध में विदिशा जिला शिक्षा अधिकारी अतुल कुमार मुद्गल ने कहा कि मामला सीएम राइज योजना के तहत कुरवाई स्कूल का है। चबूतरे को मजार का स्वरूप देने का मामले की सत्य होने पर प्राचार्या को दूसरे स्कूल में अटैच कर दिया गया है। जांच चल रही है।

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