MEA Press Briefing : पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में भारत ने सख्त रुख अपनाते हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) स्थित 9 आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किया. इस सैन्य कार्रवाई के दो दिन पूरे हो चुके हैं. गुरुवार शाम 5.30 बजे विदेश मंत्रालय (MEA) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर ऑपरेशन की जानकारी दी और बताया कि भारत ने जवाबी कार्रवाई में संयम और सटीकता का परिचय दिया है, जबकि पाकिस्तान ने बौखलाहट में सीजफायर का उल्लंघन करते हुए निर्दोष नागरिकों को निशाना बनाया है.

विदेश मंत्रालय की प्रेस कॉन्फ्रेंस में विदेश सचिव विक्रम मिसरी, कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने अब तक की सारी जानकारी साझा की. उन्होंने बताया कि पाकिस्तान ने 7 और 8 मई की रात भारत के कई सैन्य ठिकानों पर ड्रोन और मिसाइल हमले की कोशिश की, लेकिन भारतीय वायु रक्षा प्रणालियों और काउंटर ग्रिड ने इन सभी हमलों को विफल कर दिया. इसके साथ ही कई अहम जानकारियां साझा की गई.

कर्नल सोफिया कुरैशी ने क्या कहा?

कर्नल कुरैशी ने जानकारी दी कि 7 मई को यह स्पष्ट किया गया था कि भारत ने अपने ऑपरेशन के दौरान पाकिस्तान के सैन्य ठिकानों को निशाना नहीं बनाया था, लेकिन अगर भारत पर कोई सैन्य हमला हुआ तो उसका करारा जवाब दिया जाएगा. इसके बावजूद पाकिस्तान ने 7 और 8 मई की रात उत्तरी और पश्चिमी भारत के कई सैन्य ठिकानों, जैसे अवंतीपुरा, श्रीनगर, जम्मू, पठानकोट, अमृतसर, कपूरथला, जालंधर, लुधियाना, आदमपुर, भठिंडा, चंडीगढ़, नाल फलौदी, उत्तरलाई और भुज पर ड्रोन और मिसाइलों से हमला करने की कोशिश की.

भारतीय वायु रक्षा प्रणालियों और एकीकृत सुरक्षा ग्रिड के चलते इन सभी हमलों को नाकाम कर दिया गया और इनके मलबे से पाकिस्तानी साजिश के सबूत भी मिले हैं. कर्नल कुरैशी ने बताया कि आज सुबह भारत ने पाकिस्तान के कई क्षेत्रों में स्थित उसके एयर डिफेंस सिस्टम और राडार ठिकानों को निशाना बनाया, जिसमें लाहौर का एयर डिफेंस सिस्टम पूरी तरह तबाह हो गया.

उन्होंने यह भी बताया कि पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा (LoC) पर गोलीबारी तेज कर दी है. कुपवाड़ा, मेंढर, बारामूला, उरी, पुंछ और राजौरी में भारी मोर्टार और तोपों से हमला किया गया है.

पुंछ में अब तक 16 नागरिकों की मौत

पाकिस्तान की ओर से पुंछ में एक गुरुद्वारे को भी निशाना बनाया गया, जिसमें सिख समुदाय के तीन लोग मारे गए. पुंछ में अब तक 16 नागरिकों की मौत हो चुकी है और 59 घायल हैं.

विदेश सचिव विक्रम मिसरी का बयान

विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि पहलगाम हमले की शुरुआत 22 अप्रैल को हुई थी, जिसका भारत ने सटीक और संयमित जवाब दिया. उन्होंने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का हवाला देते हुए कहा कि जब पहलगाम हमले को लेकर बयान जारी करने की बात चल रही थी, तो एक देश ने टीआरएफ (The Resistance Front) का नाम मेंशन करने पर आपत्ति जताई, जबकि इसी संगठन ने हमले की जिम्मेदारी ली थी.

उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत का जवाब सोच-समझकर और सीमित दायरे में दिया गया है. सभी लक्ष्यों को रणनीतिक रूप से निशाना बनाया गया.

पाकिस्तान का पुराना रिकॉर्ड भी उठा

विक्रम मिसरी ने कहा कि पाकिस्तान हमेशा जांच की बात करता है, लेकिन उसका पुराना ट्रैक रिकॉर्ड उसकी मंशा उजागर करता है. मुंबई और पठानकोट हमलों जैसे कई मामलों में भारत ने सबूत दिए, लेकिन आज तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई.