मुंबई। ‘उन्हें बच्चे के जन्म के बारे में चिंता करने की ज़रूरत नहीं है.’ यह बात अमिताभ बच्चन और अनिल कपूर के लंबे करियर को लेकर किए गए सवाल के जवाब में 80-90 के दशक की दमदार अभिनेत्रियों में से एक मीनाक्षी शेषाद्रि का. इसे भी पढ़ें : छत्तीसगढ़: शराब घोटाला और महादेव सट्टा एप मामले में आरोपियों को विशेष कोर्ट ने रिमांड पर भेजा, ED और EOW करेगी पूछताछ

बॉलीवुड की ‘दामिनी’ मीनाक्षी शेषाद्रि ने 1980 के दशक में डेब्यू किया और अमिताभ बच्चन, राजेश खन्ना, जीतेंद्र, अनिल कपूर और शत्रुघ्न सिन्हा जैसे कई ए-लिस्ट पुरुष सितारों के साथ काम करके जल्दी ही प्रसिद्धि पा ली. लेकिन बॉलीवुड में एक सफल करियर के बाद उन्होंने 1996 में अपने निजी जीवन पर ध्यान केंद्रित करने के लिए लाइमलाइट से दूर रहने का फैसला लेते हुए यूएसए में बस गईं. अब 60 साल की उम्र में मीनाक्षी फिर से फिल्म उद्योग में वापसी की योजना बना रही हैं.

हाल ही में लेहरन रेट्रो के साथ एक साक्षात्कार के दौरान दिग्गज अभिनेत्री ने पुरुष अभिनेताओं के लंबे करियर में योगदान देने वाले विभिन्न कारणों पर विस्तार से बताया. उन्होंने कहा, “ऐसे कई कारण हैं जिनकी वजह से पुरुष अभिनेता इंडस्ट्री में लंबे समय तक टिके रहते हैं. धर्मेंद्र, जीतेंद्र और अमिताभ बच्चन की पीढ़ी के साथ भी, वे अभी भी इस क्षेत्र में हैं. दूसरा कारण यह है कि पुरुष वास्तव में घर के काम नहीं करते हैं. इसलिए, वे खुद को पूरी तरह से अपने करियर के लिए समर्पित कर सकते हैं.”

तीसरा कारण गिनाते हुए मीनाक्षी शेषाद्री ने कहा कि उन्हें (अभिनेताओं को) बच्चे के जन्म या गर्भावस्था या बच्चों की परवरिश के बारे में चिंता करने की ज़रूरत नहीं होती है. यह सब महिला की ज़िम्मेदारी बन जाती है. तो, आप देखिए, यही कारण है कि ये नायक अभी भी मज़बूत हैं.” इसके साथ ही उन्होंने कहा, “और, ज़ाहिर है, लोग अभी भी उन्हें पसंद करते हैं. यह सबसे महत्वपूर्ण कारक है.”

मीनाक्षी शेषाद्रि ने इंडस्ट्री में अपने 13 साल के करियर के दौरान लगभग 70 फिल्मों में काम किया. उनके उल्लेखनीय कामों में हीरो, मेरी जंग, शहंशाह और राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता दामिनी जैसी ब्लॉकबस्टर फ़िल्में शामिल हैं. 1998 में उन्होंने स्वामी विवेकानंद फिल्म में अतिथि भूमिका निभाई और बाद में 2016 में आई घायल: वन्स अगेन फिल्म में भी नज़र आईं. अब 27 साल के अंतराल के बाद मीनाक्षी सिल्वर स्क्रीन पर वापसी करने के लिए तैयार हैं.