सरकार के कृषि कानूनों को हटाने और न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी को लेकर आंदोलन कर रहे किसान संगठनों और सरकार के लिए आज का दिन काफी अहम है। सरकार और किसानों के बीच समझौता वार्ता का यह सातवां दौर होगा, जिसमें दोनों पक्ष सर्वसम्मति से किसी समाधान पर पहुंचने की कोशिश करेंगे। इस मामले को कई राजनीतिक दल और संगठन पटरी से उतारने की कोशिशों में लगे हैं लेकिन लगातार बातचीत के दौर से कोई रास्ता निकलने की उम्मीद की जा रही है।
कई किसान संगठनों के अड़ियल रुख के बावजूद सरकार किसानों से बातचीत कर कोई समाधान निकालने की कोशिश में जुटी है। देखना होगा कि आज सरकार और किसानों के बीच बातचीत का क्या नतीजा निकलता है। इस बातचीत पर पूरे देश की नजरें टिकी हैं। सरकार फिलहाल किसानों की दो मांगे मान चुकी है बाकी बची दो मांगों पर सरकार और किसान संगठनों के बीच बातचीत हो रही है।