रायपुर. प्रदेश में संविदा कर्मचारी नियमितीकरण मनोकामना पदयात्रा के लिए बैठकों का दौर जारी है. 19-20 नवंबर को प्रस्तावित मनोकामना पूर्ति पदयात्रा को लेकर प्रदेश के संविदा कर्मचारियों में अभूतपूर्व उत्साह दिखाई दे रहा है. सर्व विभागीय संविदा कर्मचारी महासंघ के तत्वाधान में पूरे प्रदेश के 45 हजार से ज्यादा संविदा कर्मचारी माता कौशल्या मंदिर, चंद्रखुरी से 19 तारीख को अपने नियमितीकरण की मनोकामना को पूरा करवाने के उद्देश्य से पदयात्रा पर निकलेंगे. 25 किमी की इस पदयात्रा के बाद 20 तारीख को रायपुर में मुख्यमंत्री निवास पहुंचेंगे, जहां मुख्यमंत्री को 51 मनोकामना श्रीफल जो की प्रदेश के विभिन्न देवालयों से मनोकामना से लाए जाएंगे, उसको सौपेंगे. साथ ही मुख्यमंत्री को शत प्रतिशत संविदा कर्मचारियों के जल्द से जल्द नियमितीकरण हेतु ज्ञापन सौंपा जाएगा.

इस बीच प्रदेश के गांव-गांव से आए संविदा कर्मचारियों के लिए आवागमन के साधन, रात्रि विश्राम, भोजन व्यवस्था सहित स्वास्थ्य और स्वच्छता के लिए भी व्यवस्था करने में सर्व विभागीय संविदा कर्मचारी महासंघ के पदाधिकारी जुटे हुए हैं. विगत कुछ समय में राजस्थान, ओड़िसा, झारखंड, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, मणिपुर, मध्य प्रदेश आदि राज्यों में संविदा कर्मचारियों को नियमित किया गया है. इससे प्रदेश के संविदा कर्मचारी भी आशान्वित हैं कि चुनावी वर्ष में इनकी निर्णायक संख्या को देखते हुए सरकार इनके नियमितीकरण के लिए कोई ठोस कदम जरूर उठाएगी. 2018 के चुनावों में इन संविदा कर्मचारियों और इनके परिजनों ने कांग्रेस के पक्ष में एकतरफा मतदान किया था और कांग्रेस की बंपर जीत और स्पष्ट बहुमत लाने में अहम भूमिका निभाई थी. अब चार साल बीतने पर भी इनका नियमितीकरण नहीं होने से इनमें कहीं न कहीं रोष व्याप्त है और जल्द ही घोषणा के इंतजार में हैं.

इस मनोकामना पूर्ति पदयात्रा में ज्यादा से ज्यादा संख्या लाने के लिए सर्व विभागीय संविदा कर्मचारी महासंघ के पदाधिकारी हरसंभव प्रयास कर रहे हैं. महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष कौशलेश तिवारी ने आज रायपुर के संविदा कर्मचारियों की बैठक ली, वहीं कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सिन्हा, सचिव श्रीकांत लाश्कर और टीकम चंद कौशिक ने बलरामपुर, सूरजपुर, अंबिकापुर|
कार्यकारी अध्यक्ष अशोक कुर्रे, संजय सोनी ने कवर्धा जिले महासंघ के प्रांतीय पदाधिकारी सूरज सिंह ने दंतेवाड़ा सहित बस्तर के अन्य जिलों के संविदा कर्मचारियों की महत्वपूर्ण बैठक ली, प्रांतीय पदाधिकारी तारकेश्वर साहू, परमेश्वर कौशिक, टेकलाल पाटले ने बिलासपुर संभाग मे बैठक ली और एक -एक संविदा कर्मचारी की उपस्थिति को महत्वपूर्ण बताते हुए सबसे उपस्थिति के लिए आग्रह किया. पिछले 5 दिनों मे सभी जिलों की वर्चुअल बैठक आयोजित कर एक एक संविदा कर्मचारी को एकजुट किया जा रहा है.

महासंघ के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सिन्हा ने बताया कि अब 2023 के चुनावों में एक वर्ष से भी कम समय बचा है, इसलिए महासंघ ने ठाना है कि अभी नहीं तो कभी नहीं. इसके लिए हमें जिस स्तर तक जाना पड़े हम जाएंगे. सर्व विभागीय संविदा कर्मचारी महासंघ की तैयारियों और संकल्पों को देखते हुए यह कहना कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी कि देश के अन्य कई राज्यों की तरह देश के सामने उदाहरण प्रस्तुत करने वाला नियमितीकरण छत्तीसगढ़ मे संविदा कर्मचारियों को मिलेगा और नियमितीकरण अब दूर नहीं है.

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