रायपुर. प्रदेश कांग्रेस की नई कमेटियों की पहली बैठक 10 जनवरी को होगी. ये बैठक कांग्रेस के प्रभारी महासचिव पीएल पुनिया के साथ होगी. पुनिया 10 को ही चार दिन के दौरे पर रायपुर पहुंच रहे हैं. वे कमेटियों की बैठक लेने के बाद सरगुजा के लिए रवाना होंगे. गौरतलब है कि कांग्रेस ने हाल ही छत्तीसगढ़ चुनाव को लेकर कमेटियों की घोषणा की है. ऐसा पहली बार हो रहा है कि राज्य में चुनाव से करीब साल भर पहले ही कांग्रेस ने अपनी चुनाव अभियान समिति समेत अन्य कमेटियों की घोषणा कर दी है.

कल ही कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल से मिलकर भू राजस्व संहिता अधिनियम में संशोधन को लेकर नेता प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव की अगुवाई में अपनी आपत्ति दर्ज कराएगा.

गौरतलब है कि 6 जनवरी को कांग्रेस ने छै नई कमेटियां बनाई थीं. जिसमें चुनाव समिति, चुनाव अभियान समिति, घोषणापत्र समिति, योजना एवं रणनीति समिति, प्रदेश चुनाव प्रचार समितियां प्रमुख हैं. इन कमेटियों के सदस्यों के साथ बैठककर पुनिया उनके काम के संबंध में जानकारियां देंगे और जिम्मेदारी सौंपेंगे. इस बैठक में पहली बार बतौर कार्यकारी अध्यक्ष शिव कुमार डहरिया और राम दयाल उइके और सदन में उपनेता कवासी लकमा शामिल होंगे.

इन सभी कमेटियों के सदस्यों के साथ पुनिया 10 जनवरी को बैठक करेंगे. इसके बाद पुनिया 11 जनवरी को अंबिकापुर में 12 जनवरी को सूरजपुर में आयोजित कार्यक्रमों में शिरकत करेंगे. इसके बाद वे रायपुर लौट आएंगे.

इसी महीने होगी प्रदेश कार्यकारिणी और जिलाध्यक्षों की घोषणा

हालांकि इसी महीने प्रदेश कांग्रेस कार्यकारिणी और जिलाध्यक्षों की घोषणा होनी है. जिसमें उन नामों को जगह मिल सकती है जिन्हें इन कमेटियों में जगह नहीं मिल पाई है. जिलाध्यक्षों की नियुक्तियां भी शेष है लिहाज़ा इसे लेकर भी इस बैठक में सुगबुहाटह होगी.

रिसर्च टीम का जिम्मा किसके पास होगा ?

राहुल गांधी की पहल पर हर राज्य में रिसर्च टीम बननी है. छत्तीसगढ़ में भी इसकी घोषणा होनी शेष है. लिहाज़ा इस कमेटी पर भी सबकी नज़र रहेगी. रविंद्र चौबे की अगुवाई में रणनीति की कमेटी बन गई है. शैलेष नितिन को संचार कमेटी का ज़िम्मा दे दिया गया है तो इस कमेटी का जिम्मा किसे मिलता है ये देखना होगा. राष्ट्रीय स्तर पर कांग्रेस की रिसर्च टीम के मौजूदा प्रमुख और राज्‍यसभा सदस्‍य राजीव गौड़ा फिलहाल 15 युवाओं के साथ मिलकर काम कर रहे हैं. इस टीम को अप्रैल तक देश के प्रत्‍येक राज्‍य में रिसर्च डिपार्टमेंट गठित करने का निर्देश दिया गया है. टीम में 12 पूर्णकालिक सदस्‍य हैं, जबकि तीन इंटर्न भी हैं. पंद्रह लोगों की इस टीम के लिए गुजरात चुनाव पहली बड़ी चुनौती थी. फिलहाल ये लोग त्रिपुरा, मेघालय और कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए काम कर रहे हैं. इसके बाद इनका फोकस इस साल के आखिरी में होने वाले मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ के विधानसभा  विधानसभा चुनाव में होगा.