रायपुर. रमन कैबिनेट की बैठक के पूर्व शिक्षाकर्मियों ने मंत्रियों से मुलाकात की है और उन्हें अपनी बातों से अवगत कराया है. प्रदेश की शिक्षाकर्मियों की धड़कने आज के प्रस्तावित कैबिनेट बैठक को लेकर बढ़ी हुई है, मुख्यमंत्री द्वारा संविलियन की घोषणा होने से शिक्षाकर्मियों में हर्ष का वातावरण बना हुआ है, क्योंकि यह उनके सपनों को साकार होने जैसा था. संविलियन के लिए शिक्षाकर्मियों ने 22 वर्षो से अपना आंदोलन सतत जारी रखा,कई यातनाएं सही, अंततः आज वे अपने मंजिल के करीब दिख रहे हैं.

प्रदेशाध्यक्ष विरेन्द्र दुबे और मोर्चा ने वर्ग 3 और 8 वर्ष से कम शिक्षाकर्मियों का प्रतिनिधित्व करते हुए वर्ग 3 को समानुपातिक वेतन,अन्य समस्त वर्ग की वेतन विसंगति, क्रमोन्नति और 8 वर्ष से कम वाले समस्त शिक्षाकर्मियों को भी संविलियन प्रदान करने की मांग को लेकर प्रदेश के कैबिनेट मंत्रियों से मुलाकात की. इस मुलाकात के दौरान शिक्षाकर्मियों ने संविलियन की घोषणा के लिए आभार और उपरोक्त समस्याओं के निदान के लिए पहल करने की मांग की. इस मुलाकात की तस्वीरें भी शिक्षाकर्मियों ने सोशल मीडिया पर वायरल की है.

शालेय शिक्षाकर्मी संघ के प्रांताध्यक्ष और मोर्चा के प्रदेश संचालक विरेन्द्र दुबे ने मांग की है कि छत्तीसगढ़ सरकार प्रदेश के समस्त शिक्षाकर्मियों के लिए आदर्श वाक्य ”सबका साथ-सबका विकास” को चरितार्थ करते हुए अच्छे दिन प्रदान करें. जिससे सभी ओर खुशी और हर्ष का वातावरण बने. इस दौरान दुबे ने कहा कि “विभिन्न अखबारों में संविलियन को लेकर चलाई जा रही अटकलों और कयासों के बीच अफवाहों का दौर भी चला, जिसने वर्ग 3 और 8 वर्ष से कम वालों की बेचैनी बढ़ा दी है. जबकि मोर्चा संचालकगण प्रदेश के शिक्षाकर्मियों को आश्वस्त करते रहे हैं कि अफवाहों पर ध्यान न दें, जो भी होगा आज कैबिनेट से पता चलेगा.

बता दें कि शिक्षाकर्मियों को आज बड़ी सौगात मिल सकती है. रमन कैबिनेट की बैठक में संविलियन के प्रस्ताव को मंजूरी दिए जाने के संकेत हैं. पिछले दिनों अंबिकापुर की विकास यात्रा के दौरान बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की मौजूदगी में मुख्यमंत्री डाॅ.रमन सिंह ने शिक्षाकर्मियों का संविलियन किए जाने का ऐलान किया था. साथ ही उन्होंने कहा था कि अगली कैबिनेट की बैठक में इस पर मुहर लगा दी जाएगी.