जालंधर. पंजाब में लगातार पलारी जलने की घटना सामने आ रही है जिससे प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है। राज्य के हर जिलों में अब अलग-अलग अधिकारियों को पलारी जलाने की रोकथाम के लिए जिम्मेदारी दी जा रही है। जालंधर के डिप्टी कमिश्नर डॉ. हिमांशु अग्रवाल ने किसानों को पराली न जलाने की घटनाओं को रोकने के लिए अलग-अलग विभागों के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को आग लगाने की घटनाओं पर तुरंत कार्रवाई करने के आदेश दिए है।

बैठक में दिया गया निर्देश

रैड क्रास भवन में एस.एस.पी. हरकमल प्रीत सिंह सहित एक समागम की अध्यक्षता करते हुए डिप्टी कमिश्नर ने नोडल और कलस्टर अधिकारियों को अगले करीब 20 दिन और सक्रियता के साथ निगरानी करने को कहा, ताकि इस प्रकार की घटनाओं को रोका जा सके। बैठक में कृषि विभाग के अधिकारी भी शामिल थे। इन्हें कहा गया है कि किसानों को फसल से बचे हुए अवशेष को मशीन द्वारा खत्म करने की जानकारी दी जाए।

आपको बता दे कि देहाती पुलिस पलारी जलने वाले लोगों पर पूरी नजर रखे हुए। उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग द्वारा गांव स्तर पर पुलिस कर्मचारी तैनात किए गए है, जो किसानों को पराली जलाने के साथ-साथ इसके प्रबंधन के लिए प्रेरित करेंगे।

किसानों को वातावरण को साफ रखने में योगदान देने की अपील करते हुए डिप्टी कमिश्नर और एस.एस.पी. ने कहा कि वातावरण को प्रदूषित होने से बचाना हमारा सबका नैतिक कर्तव्य है, जिसके लिए हम सबको प्रयास करने की ज़रूरत है।