रायपुर। जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़(जे) ने भाजपा विधायक श्रीचंद सुंदरानी पर निशाना साधा है. मसला चेंबर चुनाव का है. लिहाजा जेसीसी के प्रवक्ता सुब्रत डे सुंदरानी कटाक्ष करते हुए कहा कि सभी व्यापारियों ने अपने दलगत विचारों से परे हटकर अपने एक साथी को विधानसभा चुनाव में तन-मन-धन से सहयोग कर विधायक बनाया, लेकिन विधायक सरकार की गोद में जाकर बैठ गया.
जोगी कांग्रेस प्रवक्ता ने यह भी आरोप लगाया कि तेलीबांधा में मानवता को शर्मसार करने वाली घटना में उक्त व्यापारी विधायक ने व्यापारियों को पुलिस के डंडों के बीच छोड़कर सरकार की गोद में जा बैठा. सुंदरानी तब कहाँ थे जब बेलगाम भ्रष्टाचार, नोटबंदी और GST के माध्यम से “25 लाठियां” मारकर भाजपा सरकार ने व्यापारियों की कमर तोड़ी थी. अजीत जोगी के शासनकाल में व्यापार बढ़ाने के लिए सरकार ने लचीला रूख अख्तियार किया था, जिसके बेहद सकारात्मक परिणाम देखने को मिले थे. लेकिन पिछले १४ वर्षों में प्रदेश का व्यापार बड़ने के बजाय सिकुड़ा है. इतिहास अब इस बात का गवाह है कि जितनी बढ़ोत्तरी व्यापार और उद्योग में 2 001-02 और 2002 -03 में हुई थी, वो प्रदेश के १७साल के इतिहास में दुबारा कभी नहीं हो पाई. विश्वास नहीं होता तो कि विधायक सुंदरानी इसी वर्ष के “एकनॉमिक सर्वे ओफ़ इंडिया” के आँकड़े देख लें. आज प्रदेश के सर्वोच्च व्यापारिक संस्था को सरकार का चमचा नहीं, बल्कि सरकार के सामने व्यापार जगत की बेबाक़ी से आवाज़ बुलंद करने वालों की आवश्यकता है.