‘मन के हारे हार है, मन के जीते जीत’ मनुष्य की हार जीत उसके मन की दुर्बलता सबलता पर निर्भर है. जिसका मन हार जाता है, वह बहुत कुछ होने पर भी हार जाता है. मनुष्य की वास्तविक शक्ति मनोबल ही है. जीवन में पल-पल परिस्थितियां बदलती रहती हैं और हम जीवन की सभी घटनाओं पर नियंत्रण नहीं रख सकते, पर उनसे निपटने के लिए सकारात्मक सोच के साथ सही तरीका तो अपना ही सकते हैं. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार डिप्रेशन में सबसे बड़ी भूमिका चंद्रमा और बुध की होती है.
कालपुरूष की कुंडली में तीसरे स्थान का स्वामी होता है बुध, तीसरा स्थान होता है मन एवं मनोबल का साथ ही बुध छठवे स्थान का भी स्वामी होता है, जोकि ऋण, रोग और शत्रुता को दर्शाता है अतः बुध कालपुरूष की कुंडली के हिसाब से मनोबल, मन और विचार का साथ ही ऋण, रोग और शत्रुता का भी निर्धारण बुध से कर सकते हैं. चूकि बुध को नपुंसक ग्रह माना जाता है अतः वह जिस ग्रह के साथ या स्थान में हो उसके अनुसार अपना व्यवहार करता है, अगर खराब हो जाए अथवा क्रूर ग्रहो के साथ हो जाए तो उसका फल भी उसी के अनुसार होता है और बुध की दशा का फल भी उसी अनुसार होता है.
चन्द्रमा मन का कारक होने के साथ- साथ बड़ा सौम्य एवं नाजुक ग्रह भी है और चन्द्रमा सभी ग्रहों में से हमारी पृथ्वी के सबसे नजदीक है और बुध ग्रह बुद्धि का कारक है और बुद्धि मन पर काबू कर लेती है इसीलिए डिप्रेशन को कम या ज्यादा करने में भी बुध की बड़ी भूमिका होती है. मानसिक स्वास्थ्य को सीधे तौर पर प्रभावित करती हैं. ऐसी ग्रह स्थितियों वाले जातक अपने जीवन में थोड़ी-सी परेशानी आने पर भी डिप्रेशन का शिकार हो जाते हैं.
बुध कमजोर है उन्हें इस दिन व्रत रखना चाहिए और बुध के साथ भगवान विष्णु की भी आराधना करनी चाहिए. इस दिन हरे या लाल रंगे के कपड़े पहनने चाहिए. बुधवार के दिन आपको बिना नमक वाला मूंग से बना खाद्य पदार्थ खाना चाहिए. भोजन करने से पहले कुछ तुलसी के पत्ते गंगाजल के साथ ग्रहण करें. आज के दिन बुध ग्रह से संबंधित वस्तुएं दान करनी चाहिए जैसे कि हरी घास, शमी का पौधा, साबुत मूंग, कांस्य के बर्तन, नीले रंग के पुष्प, हरे-नीले रंग के कपड़े और हाथी के दांतों से बनी वस्तुएं.
बुध के लिए रत्न और मंत्र- ज्योतिष में बुध ग्रह शांति के लिए सबसे अच्छा पन्ना रत्न माना जाता है. किसी ज्योतिषाचार्य की सलाह पर ही पन्ना धारण करना चाहिए. बुधवार के दिन श्री विष्णुसहस्रनाम स्तोत्र का जाप करें. शुभ फल पाने के लिए बुध बीज मंत्र “ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं सः बुधाय नमः” का जाप करें. बुध मंत्र को 9000 बार जपना चाहिए. बुध को प्रसन्न करने के लिए आप “ॐ बुं बुधाय नमः अथवा ॐ ऐं श्रीं श्रीं बुधाय नमः” का भी जाप कर सकते हैं.