रायपुर. कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल हुए रामदयाल उइके को आदिवासी कांग्रेस के अध्यक्ष अमरजीत भगत ने शुभकामना देने के साथ संदेश भी दिया है कि आदिवासियों के हितैषी हैं, तो जैसे कांग्रेस में रहकर आदिवासी मुख्यमंत्री की बात रखी है, वैसे ही भाजपा में दमदारी से रखें और बनकर दिखाएँ. भगत का यह संदेश उइके को तीखा लग सकता है.

छत्तीसगढ़ प्रदेश आदिवासी कांग्रेस के अध्यक्ष अमरजीत भगत ने उइके को दिए संदेश में कहा कि जिस पार्टी में रहें जहाँ रहे, विश्वसनीयता और निष्ठा के साथ रहें, वजूद बना कर रखें. बार-बार दल बदलने से विश्वसनीयता पर हमेशा प्रश्नचिन्ह लगा रहता है. मेरी सलाह है जिस प्रकार कांग्रेस पार्टी में रहकर के आदिवासी मुख्यमंत्री की माँग रखी अगर आप सही में आदिवासियों के हितैषी हैं तो जिस दल में गए है वहाँ भी इस माँग को पूरी दमदारी से रखें और ना केवल रखें बल्कि बनकर भी दिखाएँ.

पार्टी से भटकने पर सहनी पड़ती है जिल्लत

वहीं भगत ने अपने कांग्रेस छोड़ने के संबंध में कहा कि कांग्रेस से उनके अलग होने की दूर-दूर तक कोई संभावना नहीं, राजनीति कैसे करना है और कहाँ करना है मैं जानता हूँ. मूल सिद्धांत और पार्टी से जो भटक गया उसको क्या ज़िल्लत सहनी पड़ती है, मैने करीब से देखा है. गौरतलब हो कि उइके के भाजपा प्रवेश पर भगत ने कहा था कि वे आयातित नेता थे, जिस तरह से और जहाँ से आए थे, उसी तरह से वे वहाँ वापस पहुँच गए हैं.