कोंडागांव। जिले में इस साल गणेशोत्सव का समापन एक अनूठी पहल के साथ हुआ। छात्रों ने पर्यावरण संरक्षण का संदेश देते हुए प्रतिमा विसर्जन का नया तरीका अपनाया। छात्रों ने पारंपरिक नदी या तालाब की बजाय एजुकेशन सेंटर परिसर में टब में जल भरकर गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन किया। विधिवत आरती के बाद इस पवित्र जल को पौधों में डालकर प्रकृति संरक्षण का संदेश दिया गया।


इस पहल की स्थानीय लोगों ने सराहना करते हुए कहा कि इससे परंपरा भी निभेगी और पर्यावरण भी सुरक्षित रहेगा। वहीं जिले में अन्य स्थानों पर पारंपरिक रूप से गणेश विसर्जन हुआ। श्रद्धालुओं ने ढोल-नगाड़ों और गाजे-बाजे के साथ शोभायात्रा निकाली। जगह-जगह भंडारे का आयोजन किया गया। “गणपति बप्पा मोरया, अगले बरस तू जल्दी आ” के जयकारों के बीच बच्चे, युवा और बुजुर्ग सभी विसर्जन यात्रा में शामिल हुए।
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