योग स्वास्थ्य और सेहत के लिए बहुत ही फायदेमंद है. इसे अपनाने से आपके शरीर और दिमाग को कई फायदे मिल सकते हैं. नियमित रूप से योग का अभ्यास करना शारीरिक और मानसिक दोनों तरह से आपके लिए फायदेमंद साबित होता है. कई ऐसे योग आसन हैं जो मांसपेशियों को मजबूत बनाने और इन्हें टोन करने में मदद करते हैं. योग आपके शरीर को संतुलित और डिटॉक्स करने में मदद करता है.

वृक्षासन या ट्री पोज योग के बेसिक पोज में से एक है. इसमें ज्यादा ट्विस्ट और टर्न शामिल नहीं हैं और ये योग का सबसे आसान और सबसे प्रचलित रूप है. जैसा कि नाम से पता चलता है कि वृक्षासन में ‘वृक्ष’ का अर्थ है पेड़ और ‘आसन’ का अर्थ है शरीर की मुद्रा. इसीलिए इस आसन में आप एक पेड़ की मुद्रा में होते हैं और उसमें संतुलन बनाना होता है. आइए जानते हैं इस आसन को करने की विधि और इसके लाभ.

वृक्षासन करने का तरीका

  • सबसे पहले जमीन पर सीधे खड़े हो जाएं और अपने हाथों को अपने शरीर के दोनों ओर रखें.
  • अब अपने दाहिने घुटने को मोड़ें और दाएं पैर को अपनी बाईं जांघ पर रखें. ये ध्यान रहे कि आपके पैर का तलवा आपकी ईनर थाई पर सीधा रखा हो. इस दौरान आपका बायां पैर सीधा होना चाहिए ताकि आप शरीर का संतुलन बनाए रख पाएं.
  • जब आप इस मुद्रा में होंगे तो गहरी सांस लेते रहें. अब अपने हाथों को अपने सिर के ऊपर उठाएं और अपनी हथेलियों को एक साथ मिलाकर ‘नमस्ते’ मुद्रा में लाएं.
  • जब आप आसन में हों, तो आपके सामने थोड़ी दूरी पर किसी भी वस्तु पर ध्यान केंद्रित करें. इस दौरान आपका पूरा शरीर एक स्ट्रेच होना चाहिए और रीढ़ को सीधा रखना चाहिए.
  • अब 30 सेकेंड के लिए इस मुद्रा में रहें. सांस छोड़ते हुए आसन से सामान्य स्थिति में वापस आ जाएं. अब आसन के इन्हीं स्टेप्स को दूसरे पैर के साथ दोहराएं.

वृक्षासन करने के फायदे

  • वृक्षासन मुख्य रूप से एक बैलेंसिंग पोज है. इसलिए ये शारीरिक और भावनात्मक दोनों संतुलन को बेहतर बनाने में सहायक है.
  • वृक्षासन पैरों, टखनों, पिंडलियों, काव्स, घुटनों और जांघों की मांसपेशियों को बिल्ड करने में मदद करता है.
  • ये मुद्रा आपको रेजुवेनेशन की स्थिति में लाती है. ये पैर, पीठ और हाथों को स्ट्रेच करके आपके शरीर को फिट रखता है.
  • वृक्षासन शरीर के अंदर संतुलन पैदा करता है. यह मानसिक कल्याण, ध्यान केंद्रित करने और एकाग्रता का निर्माण करने में भी मदद करता है, जिससे आपका दिमाग तेज होता है.
  • ये पैरों को मजबूत बनाता है और एंड्योरेंस को बेहतर करता है साथ ही ये पैरों की फ्लैक्सिबिलिटी को भी बढ़ाता है.
  • वृक्षासन में लंबे समय तक सही ढंग से खड़े रहने की आवश्यकता होती है जिसमें आपकी रीढ़ सीधी, आपके पैर मजबूत, और आपका ऊपरी शरीर सीधा होता है. इससे आपको शरीर के पोश्चर को बेहतर करने में मदद मिलेगी.
  • ये आसन सायटिका के कुछ मामलों में राहत देने के लिए भी फायदेमंद माना जाता है.
  • ये सबसे अच्छी स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज भी है जो थाई एरिया, कमर और सीने को स्ट्रेच करने में मदद करता है.

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