राज ठाकरे के मुताबिक महिलाओं को अपने खिलाफ अत्याचार के खिलाफ आवाज जरूर उठानी चाहिए लेकिन 10 साल बाद नहीं.

मुंबई. महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे ने #MeToo पर अपना एक अलग रुख रख रखते हुए कहा कि यह अभियान अहम मुद्दों पर से ध्यान भटकाने के लिए शुरू किया गया है. मनसे प्रमुख ने कहा, ऐसा लगता है यह मु्द्दा पेट्रोल की महंगाई, रुपए में गिरावट और बेरोजगारी से लोगों का ध्यान हटाने के लिए उठाया गया है. ठाकरे ने कहा, किसी महिला के साथ अगर #MeToo होता है, तो वह मनसे के पास आए. हम आरोपी को अच्छा सबक सिखाएंगे.

ठाकरे ने आगे कहा, अत्याचार के खिलाफ महिलाओं को आवाज उठानी चाहिए लेकिन 10 साल बाद नहीं. उन्होंने कहा, मैं नाना पाटेकर को जानता हूं. वे बेवकूफी वाला काम करते हैं लेकिन मुझे नहीं लगता कि वे ऐसा (छेड़छाड़) करेंगे. कोर्ट इसमें फैसला करेगा. मीडिया का इसमें क्या रोल हो सकता है?

गौरतलब है कि देश-दुनिया में अभी #MeToo अभियान जोरों पर है जिसके तहत महिलाएं अपने खिलाफ हुई ज्यादती को लोगों के सामने रख रही हैं. #MeToo में कई नामचीन लोगों के नाम सामने आए हैं. विदेश राज्यमंत्री एमजे अकबर का नाम सामने आने के बाद उन्हें बुधवार को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा.

मामला सबसे पहले तनुश्री दत्ता नाना पाटेकर को लेकर प्रकाश में आया. तनुश्री का आरोप है कि नाना पाटेकर ने एक फिल्म की शूटिंग के दौरान उनके साथ छेड़खानी की. हालांकि पाटेकर ने तनुश्री के आरोपों को खारिज करते हुए उनके खिलाफ मानहानि का दावा ठोका है. यह अलग बात है कि राज ठाकरे #MeToo से जुड़ी महिलाओं के समर्थन में आगे आए हैं लेकिन तनुश्री ने अभी हाल में मानसे प्रमुख राज ठाकरे को आड़े हाथों लेते हुए कहा था कि मनसे ने हाल में एक इंटरव्यू में उन्हें हिंसक हमले की धमकी दी है.

इसके साथ ही महाराष्ट्र पुलिस ने तनुश्री दत्ता के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दर्ज किया है. उन पर राज ठाकरे के खि‍लाफ आपत्त‍िजनक टिप्पणी करने का आरोप है. महाराष्ट्र के बीड जिले में कैज पुलिस ने मनसे की जिला इकाई के अध्यक्ष सुमंत दास की शि‍कायत पर ये मामला दर्ज किया है. पुलिस का कहना है कि उन्होंने सेक्शन 500 के तहत तनुश्री दत्ता के खिलाफ मानहानि का केस रजिस्टर्ड किया है. इस मामले की जांच की जा रही है.