MANREGA News: मनरेगा मजदूरों के लिए एक अच्छी खबर है. दरअसल, केंद्र सरकार ने वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत मजदूरों के वेतन में बढ़ोतरी की घोषणा की है. केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय ने महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत मजदूरी दरों में बदलाव के संबंध में एक अधिसूचना जारी की है.

यह अधिसूचना मनरेगा अधिनियम 2005 की धारा 6(1) के तहत जारी की गई थी. इसके तहत मजदूरों की मजदूरी 7 रुपये से बढ़ाकर 26 रुपये कर दी गई है और नई दरें 1 अप्रैल से लागू होंगी. इस वृद्धि के बाद अब तक की सबसे अधिक दैनिक मजदूरी हरियाणा में 357 रुपये प्रति दिन और मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में सबसे कम 221 रुपये प्रतिदिन होगा.

राजस्थान में सबसे ज्यादा मजदूरी बढ़ी है
अधिसूचना में कहा गया है कि, केंद्र अधिसूचना द्वारा अपने लाभार्थियों के लिए मजदूरी दर तय कर सकता है. पिछले वर्ष की दरों की तुलना में राजस्थान में मजदूरी में सर्वाधिक प्रतिशत वृद्धि की गई है. राजस्थान के लिए संशोधित वेतन 255 रुपये प्रतिदिन निर्धारित किया गया है, जो 2022-23 में 231 रुपये था.

बिहार और झारखंड में करीब 8 फीसदी की बढ़ोतरी

योजना के तहत बिहार और झारखंड में मजदूरों के वेतन में पिछले साल की तुलना में करीब 8 फीसदी की बढ़ोतरी की गई है. पिछले साल इन दोनों राज्यों में दिहाड़ी 210 रुपये थी, जिसे अब घटाकर 228 रुपये कर दिया गया है.

छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में सबसे कम मजदूरी

छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में सबसे कम दैनिक मजदूरी 221 रुपये है. इसमें पिछले वर्ष की तुलना में 17 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है. 2022-23 में दोनों राज्यों में मजदूरों की दैनिक मजदूरी 204 रुपये थी. कर्नाटक, गोवा, मेघालय और मणिपुर ऐसे राज्य हैं, जिन्होंने सबसे कम प्रतिशत वृद्धि दर्ज की है.