माइक्रोसॉफ्ट ने VASA-1 को पेश कर दिया है. VASA-1 एक एआई टूल है, जो स्टिल यानी स्थिर इमेज से सीधा इंसानों की चेहरों का वीडियो बना सकता है. यहां तक कि ऑडियो क्लिप मिलने पर यह एआई टूल इंसानों के असली हाव-भाव, इमोशन्स आदि को भी सिंक्रनाइज़ कर सकता है. माइक्रोसॉफ्ट ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर VASA-1 के कई सैंपल्स शेयर किए हैं, और इसे देखकर लोग वाकई में हैरान रह जाएंगे.

क्या है Microsoft VASA-1 AI वीडियो जनरेटर?
आपको बता दें कि VASA -1 का फुल फॉर्म Visual Affective Skills Audio-1 है. माइक्रोसॉफ्ट ने खासतौर से इसे इस तरह से डेवलप किया है जो इंसानी चेहरों के हाव भाव को रीड करके रियल दिखने वाला वीडियो क्रिएट कर सके. आसान भाषा में कहें, तो किसी की सिंपल तस्वीर से उस शख्स का अलग-अलग एक्सप्रेशन वाला वीडियो तैयार किया जा सकता है. ये टूल फेस मसल्स, लिप्स, नोज, हेड टिल्ट और दूसरे फैक्टर की मदद से वीडियो तैयार करता है. इसके कुछ वीडियो भी सामने आए हैं.
फिलहाल Microsoft VASA-1 अधिकतम 512×512 pixels का वीडियो 40fps पर क्रिएट कर सकता है. कंपनी का दावा है कि ये टूल रीयल लाइफ जैसा वीडियो क्रिएट कर सकता है. यानी इसकी मदद से आप असल जिंदगी में जैसे एक्सप्रेशन देते हैं. वैसा ही वीडियो में दे सकेंगे.

चेहरे को पढ़कर बनाए रियल जैसा वीडियो
माइक्रोसॉफ्ट ने VASA-1 को लेकर कई सारे सैंपल्स अपनी वेबसाइट पर शेयर किए हैं. VASA-1 फेसियल डानमिक्स को रीड करके फीलिंग्स और इमोशन्स के कई सारे अलग-अलग वीडियो क्रिएट कर सकता है. इस एआई टूल में कंपनी ने मांसपेशियों, सिर, होंड, नाक सिर की पोजिशन जैसे कई पैटर्न को रीड करके इमोशन्स क्रिएट करता है.

VASA-1 के नुकसान और फायदे
ये अपने-अपने नजरिए पर भी निर्भर करता है VASA-1 को किस काम के लिए प्रयोग कर रहे हैं. अगर इसे अपने वीडियो को क्रिएटिव बनाने के लिए यूज कर रहे हैं तो ये आपके काफी काम आ सकता है लेकिन वहीं इसकी मदद से किसी का फेक वीडियो बना देते हैं तो ये किसी की भी प्राइवेसी के लिए खतरा बन सकता है क्‍योंकि ये किसी की भी तस्‍वीर को एक वीडियो में बड़ी आसानी से बदल सकता है साथ ही वीडियो में क्‍या शब्‍द प्रयोग करने हैं ये इसे बनाने वाला तय कर सकता है.