शैलेन्द्र कुमार श्रीवास, अकलतरा। देश की बड़ी स्वास्थ्य समस्याओं में से एक कुपोषण है। कुपोषण दूर कर सुपोषित करने स्कूलों में बच्चों को पौष्टिक मध्यान्ह भोजन की योजना सरकार ने शुरु की थी। जिम्मेदारों द्वारा सरकार की इस महती योजना को पलीता लगाए जाने की खबर अक्सर ही आते रहती है। जांजगीर जिला के अकलतरा से भी ऐसी ही कुछ खबर आ रही है, यहां उपसरपंच द्वारा बच्चों को कीड़े और घुन लगा घटिया सूखा अनाज देने का मामला सामने आया है।
लॉक डाउन में भी बच्चों को सुपोषित भोजन मिले इसके लिए छत्तीसगढ़ में प्रदेश सरकार द्वारा सूखा अनाज दिया जा रहा है। लेकिन अकलतरा ग्राम कल्याणपुर में उप सरपंच राकेश शर्मा के ऊपर घटिया कीड़े युक्त सूखा अऩाज देने का आरोप बच्चों और उनके परिजनों द्वारा लगाया जा रहा है। बच्चों और उनके परिजनों का कहना है कि उन्हें जो सूखा अनाज दिया जा रहा है उसमें राहर दाल जो दी जा रही है वह घुन लगकर खराब हो चुकी दी जा रही है। छात्रों और उनके परिजनों ने संवाददाता को खराब दाल दिखाई भी।
छात्रों और उनके परिजनों का कहना है कि उपसरपंच राकेश शर्मा उन्हें अनाज देने के लिए अपने घर बुलाता है और वहां से उन्हें अनाज दिया जा रहा है। गांव की सरपंच का भी कहना है कि उन्हें भी राकेश शर्मा की शिकायत मिली है।
उधर इस मामले में संकुल प्रभारी रमेश कुर्रे ने मामले की जांच कराने की बात कही है, उन्होंने कहा कि अगर शिकायत सही पाई गई तो इस पर कार्रवाई की जाएगी। वहीं अब मामले के तूल पकड़ने और शिकायत होने पर उपसरपंच अनियमितता छिपाने के लिए छात्रों को खराब दाल वापस कर गुणवत्ता युक्त दाल देने का आश्वासन दिया जा रहा है।