चंडीगढ़. पंजाब में मिड डे मील के नाम पर कई स्कूलों में गोरखधंधा चल रहा है, जिसके कारण अब सरकारी स्कूल पर विभाग सख्ती बरतता नजर आ रहा है। इसके लिए स्कूल प्रमुख को चेतावनी भी दी है। यह मामला मिड डे मिल में कुक-कम-हेल्परों से जुड़ा हुआ है। आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला।
बीते दिनों देखने में आया है की पंजाब के कई स्कूलों में मिड मिल में जुड़े कुक-कम-हेल्परों को स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों की संख्या कम होने से हटाया जा रहा है। इससे हेल्परों की आर्थिक स्थिति में असर नजर आया है। यही कारण है की अब सभी स्कूल प्रमुखों को हिदायत दी गई है कि किसी भी कुक-कम-हेल्पर को मुख्यालय की अनुमति के बिना बर्खास्त नहीं किया जाए।

अगर ऐसे होता है तो इससेकुक-कम-हेल्पर कोर्ट का सहारा ले सकते हैं। इससे समय की बर्बादी होगी और विभाग का पैसा खराब होता है। इसलिए आदेश जारी किए गए हैं कि यदि किसी कुक-कम-हेल्पर को बिना मुख्यालय की मंजूरी के हटाया जाता है तो इसकी सारी जिम्मेदारी संबंधित स्कूल प्रमुख की होगी।
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