भुवनेश्वर. प्रदेश में मिड-डे-मील (एमडीएम) कर्मचारी पिछले तीन दिनों से हड़ताल पर हैं. राज्य सरकार ने जिला अधिकारियों और स्कूल समितियों से प्राथमिक शैक्षणिक संस्थानों में इस पोषण कार्यक्रम सुचारू रूप से चलाने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था करने को कहा है.
बता दें कि राज्य भर में तीन दिन से एक लाख से ज्यादा एमडीएम रसोइया और सहायक हड़ताल पर हैं. कई स्कूलों में एमडीएम सेवा, जो प्राथमिक और उच्च प्राथमिक शिक्षकों के विरोध के कारण पहले ही कई दिनों से प्रभावित थी, अब फिर से बंद हो गई है. हालांकी शुक्रवार को, जाजपुर के कुछ स्कूलों में शिक्षकों को छात्रों के लिए खाना बनाते देखा गया, जबकि मलकानगिरी और अन्य जिलों के कुछ स्कूलों ने कार्यक्रम के प्रबंधन के लिए अस्थायी कर्मचारियों को नियुक्त किया गया है.
राज्य में एमडीएम रसोइया और सहायक वेतन में बढ़ोतरी, मातृत्व अवकाश और अन्य लाभों के अलावा ईपीएफ और पेंशन के प्रावधान की मांग को लेकर हड़ताल कर रहे हैं. एमडीएम कार्यक्रम अधिकारियों ने कहा कि विरोध को देखते हुए, जिला शिक्षा अधिकारियों और स्कूल समितियों को एमडीएम रसोइयों और सहायकों के उपलब्ध नहीं होने की स्थिति में भोजन पकाने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था करने के लिए कहा गया है.
एसोसिएशन के प्रतिनिधियों ने पहले ही स्कूल और जन शिक्षा मंत्री के साथ चर्चा की है, जिन्होंने आश्वासन दिया है कि उनकी शिकायतों पर एक सप्ताह के भीतर चर्चा की जएगी.
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