रायपुर. छत्तीसगढ़ महिला/पुरुष मध्यान्ह भोजन रसोइया संघ का राज्यव्यापी आह्वान पर अपनी दो सूत्रीय मांगों को लेकर 8 दिसंबर को महासमुंद से रायपुर राजधानी के लिए पदयात्रा शुरू किया है. जो 11 दिसम्बर को सप्रे शाला मैदान में इकट्ठा होकर मुख्यमंत्री निवास की घेराव के लिए कुछ करेंगे.

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पदयात्रा का समर्थन करते हुए छत्तीसगढ़ किसान मजदूर महासंघ के संचालक मंडल सदस्यों जागेश्वर जुगनू चन्द्राकर जिला पंचायत सदस्य महासमुंद और तेजराम विद्रोही सचिव अखिल भारतीय क्रांतिकारी किसान सभा ने कहा कि प्रदेश की शालाओ में मध्यान्ह भोजन बनाने वाली रसोइयों का मानदेय कलेक्टर दर पर किया जाना चाहिए. साथ ही बजट सत्र 2019-20 में मेहनताना में 300रू की वृद्धि की गई है. जिसे उन्हें मानदेय में जोड़कर एरियर्स के रूप में प्रदान किया जाना चाहिए.

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पदयात्रा का नेतृत्व कर रही संभाग अध्यक्ष नीलू ओगरे, सदस्य हेमलता यादव ने कहा कि 40 रुपये प्रतिदिन की दर से हमे मानदेय दिया जाता है. आज लगतार महंगाई बढ़ रही है गैस सिलेंडर का दाम भी बढ़ गया है, इससे घर चलाना तो दूर खाना बनाना भी दूभर है. समय समय पर शासन प्रशासन को हमने अपने समस्याओं से अवगत कराया है लेकिन सरकार तक बात नहीं पहुंची. आज पुनः पुरे छत्तीसगढ़ की रसोइया चार की पदयात्रा के माध्यम से राज्य के मुख्यमंत्री तक अपनी बात पहुंचाना चाहते हैं.