रोहित कश्यप, मुंगेली. जिले के प्राथमिक एवं मिडिल स्कूल में संचालित मध्यान्ह भोजन की राशि एमडीएम का संचालन करने वाली महिला समूहों को पिछले तीन माह से नहीं मिली है. इसके चलते स्कूलों में मध्यान्ह भोजन का संचालन बंद होने की कगार पर आ गई है. इसके अलावा इन स्कूलों में रसोइया का काम करने वाली महिलाओं का वेतन भी तीन माह से लटका है, जिसके चलते महिला समूह एवं रसोइयों को आर्थिक समस्या से जूझना पड़ रहा है.

परेशान महिलाओं ने बीजेपी नेत्री शीलू साहू के नेतृत्व में कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर मध्यान्ह भोजन के लिए मिलने वाली राशि एवं रसोइयों के वेतन का शीघ्र ही आबंटन करने की मांग की है. ज्ञापन में यह भी कहा गया है कि वर्तमान समय में सब्जी एवं किराना सामग्रियों के दाम बढ़ गए हैं, लेकिन अभी भी प्रति छात्र मध्यान्ह भोजन की राशि पुराने कीमतों के आधार पर दिया जा रहा है. इसके चलते मध्यान्ह भोजन के संचालन करने में काफी दिक्कत हो रही है. वहीं संयुक्त कलेक्टर नवीन भगत ने कहा कि इसकी जानकारी राज्य शासन को भेज दी गई है. जल्द ही एमडीएम एवं रसोइयों की राशि जारी करने की दिशा में उचित पहल किया जाएगा.

यह है वर्तमान में दी जाने वाली राशि
मध्यान्ह भोजन के लिए प्रति छात्र दी जाने वाली प्रायमरी स्कूल में राशि 5 .40 रुपए है, जबकि मीडिल स्कूल में 7.75 रुपए है, जिसे बढाकर प्रायमरी में 15 रुपए व मीडिल में 30 रुपए बढाने की मांग रसाइयों और महिला स्वसहायता समूह के सदस्यों ने की है, ताकि बच्चों को बेहतर पोषण आहार दिया जा सके.