विकास कुमार/सहरसा। सहरसा में मिड-डे मील योजना से जुड़ी महिला रसोइयों ने अपनी मांगों को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन शिक्षा भवन स्थित जिला कार्यक्रम पदाधिकारी कार्यालय के बाहर किया गया जहां बड़ी संख्या में महिला रसोइए इकट्ठा होकर अपनी आवाज बुलंद करती नजर आईं।

वेतन वृद्धि और स्थायीकरण की मांग

प्रदर्शन में शामिल रसोइयों ने सरकार से वेतन में सम्मानजनक वृद्धि की मांग की। उन्होंने कहा कि वे वर्षों से बच्चों के लिए भोजन पका रही हैं लेकिन उनके मेहनताना में कोई सुधार नहीं हुआ।
उनकी प्रमुख मांगों में शामिल हैं।

  • वेतन में बढ़ोतरी
  • चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी का दर्जा
  • पेंशन और बीमा जैसी सरकारी सुविधाएं
  • ठेकेदार व्यवस्था को खत्म कर सीधी बहाली
  • पौष्टिक और ताजे भोजन की सुनिश्चित व्यवस्था

बोलीं रसोइयां हम भी इंसान हैं, मशीन नहीं

प्रदर्शन के दौरान कई रसोइयों की आंखों में आक्रोश साफ नजर आया। उनका कहना था हम सुबह से शाम तक मेहनत करते हैं बच्चों के लिए खाना बनाते हैं फिर भी हमें ना तो सम्मान मिलता है और ना ही पर्याप्त वेतन। हम भी इंसान हैं मशीन नहीं। हमारे भी परिवार हैं जिम्मेदारियां हैं।

ठेकेदारी व्यवस्था पर नाराजगी

रसोइयों ने खास तौर पर मिड-डे मील योजना में ठेकेदारी प्रथा को खत्म करने की मांग की। उनका आरोप है कि ठेकेदारों की वजह से योजना में भ्रष्टाचार बढ़ा है और रसोइयों का शोषण होता है। प्रदर्शनकारियों ने यह भी मांग की कि रसोइयों की नियुक्ति शिक्षा विभाग सीधे करे जिससे पारदर्शिता और जवाबदेही बनी रहे।