बड़वानी. कोरोना संक्रमण रोकने सीमावर्ती महाराष्ट्र राज्य के कई जिलों में लॉकडाउन लगाने की संभावना है. लॉकडाउन को देखते हुए वहां कामधंधे की तलाश में गए मजदूर अपने घरों को लौटने लगे हैं. ऐसा ही नजारा रविवार को सेंधवा बायपास पर देखने को मिला. मजदूरों को जो भी साधन मिला उसी से लौटे. कई मजदूर पैदल ही गांवों की ओर निकल पड़े.
महाराष्ट्र में बढ़ते कोरोना संक्रमण के चलते फिर से लॉकडाउन लगाए जाने की आशंका के बीच मजदूरों का लौटने का क्रम चालू हो गया है. कोई बस, कोई ऑटो से तो, जिसे जो साधन मिल रहा है उसी से वापस अपने गृह गांव यूपी लौट रहे हैं. वहीं जो बसों के माध्यम से जा रहे है उन्हें परेशानियों का सामना भी करना पड़ रहा है.
आज सेंधवा बायपास पर बड़ी संख्या में पूना महाराष्ट्र से यूपी जा रहे मजदूरों की भीड़ लगी रही. मजदूरों का कहना है बस से मप्र की बॉर्डर तक आ गए. यहां से आगे बस से जाने नहीं दिया जा रहा है. परेशान बस वालों ने भी उन्हें वहीं तक छोड़ दिया. मजदूरों का कहना है लॉकडाउन से रोजी रोटी का संकट आ खड़ा हुआ है. पैसे और खाने के लिए सामान भी नही है. मजबूरी में अपने गांव जाना पड़ रहा. मजदूरों ने सरकार से बॉर्डर खोल देने की मांग की है जिससे वे अपने घरों को पहुंच सके.
बड़ी संख्या में मजदूर बुरहानपुर पहुंचे
केवल बड़वानी ही नहीं प्रदेश के अन्य जिलों में भी प्रवासी मजदूरों के आने का क्रम जारी है. महाराष्ट्र से लगे भोटा फाटा से बड़ी संख्या में मजदूर रविवार को पैदल बुरहानपुर की ओर लौटते नजर आए. महाराष्ट्र में कोरोना महामारी को देखते हुए लंबे समय के लिए लॅाकडाउन घोषित कर दिया गया है, जिसकी वजह से महाराष्ट्र के मुक्ताई नगर बड़ी संख्या में मजदूरी के लिए गए मजदूर पदयात्रा करते हुए घरों को लौट रहे हैं.