रायपुर. निलंबित पुलिस महानिदेशक आईपीएस मुकेश गुप्ता के मिक्की मेहता मेमोरियल ट्रस्ट में प्रशासन को आए दिन बड़ी खामियां मिल रही हैं,जिस पर प्रशासन ने जांच शुरू कर दी है. ट्रस्ट में हिसाब-किताब जमा राशि को लेकर कई सवालिया निशान खडे हो रहे हैं. प्रशासन ने सख्ती करते हुए अब ट्रस्ट ही नहीं, दानदाताओं और ट्रस्टियों की संपत्ति की जानकारी भी दस्तावेजों के साथ मांगी है. एमजीएम में जितने भी ट्रस्टी या दानदाता है, उनके पैन नंबर और आईटी रिटर्न के भी कागजात मांगे गए हैं. कई गुमनाम नाम भी सामने आए हैं जिससे पैसे जमा किए गए हैं. ऐसे कई गुमनाम जानकारी सामने आई है जिसे देखकर अंदाजा लगा या जा सकता है है कि तरह से फर्जीवाड़ें को अंजाम दिया जा रहा है. सबसे ज्यादा चौंकाने वाली बात यह है कि एमजीएम ट्रस्ट के 97 खातों की जानकारी प्रशासन को मिली है.

 

 

रायपुर एसडीएम संदीप अग्रवाल ने एमजीएम के प्रधान न्यासी- प्रबंधक से कई बिंदुओं में जवाब मांगे थे. नोटिस का जवाब देने के लिए 26 अप्रैल तक का समय दिया गया था, लेकिन जवाब नहीं मिला. गौरतलब है, कुछ दिन पहले ट्रस्ट ने 18 साल का हिसाब दो पेज में दिया था, जिसे प्रशासन ने खारिज कर दिया था. इस ट्रस्ट में शामिल होने के बाद किस सदस्य ने कहां-कहां कितनी प्रॉपर्टी खरीदी इसकी भी जानकारी जुटाई जा रही है. इस नई रिपोर्ट के आधार पर मिकी मेमोरियल ट्रस्ट और उसके ट्रस्टियों पर बड़ी कार्रवाई हो सकती है.