शिवम मिश्रा, रायपुर. रेलवे आपदा विभाग में नौकरी लगाने के नाम पर ठगी करने वाले फरार आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी विसेसर लाल देवांगन नौकरी लगाने के नाम पर करीब दो दर्जन लोगों से 20 लाख की ठगी की थी. आरोपी ने रेलवे विभाग का फर्जी वेबसाइट बनाकर फर्जी विज्ञापन निकाला था. आरोपी स्वयं को रेलवे का अधिकारी बताता था. उसके कब्जे से दो एटीएम कार्ड, 2 पासबुक एवं एक मोबाइल फोन जब्त किया गया. आरोपी के विरुद्ध थाना मौदहापारा में धारा 420 के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया था.
एडिशनल एसपी फ्रफूल ठाकुर ने बताया कि राजधानी रायपुर में फिर एक बार बेरोजगारों को ठगे जाने का मामला सामने आया है. मौदहापारा थाना में 2019 मार्च इसकी शिकायत हुई है. लगभग दो दर्जन लोगों से आरोपी ने अपने आपको रेलवे कर्मचारी बताकर लगभग 20 लाख रुपये की ठगी किया है. फरार आरोपी को मौदहापारा थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया गया है.
राजधानी रायपुर में बेरोजगारों द्वारा नौकरी की उम्मीद और आस लिए बैठे रहते हैं, वहीं कुछ लोग अपनी ऊंची पहुंच और धौंस दिखा कर लोगों से नौकरी लगवाने का वादा कर लाखों रुपए ऐंठ लेते हैं. इसी प्रकार राजधानी रायपुर के मौदहापारा थाना में पंचराम रजक ने रिपोर्ट कराया है कि ऑनलाइन विज्ञापन के द्वारा रेलवे विभाग की नौकरी निकाली गई थी जिसमें रेल विभाग के आपदा का वेबसाइट दिया गया था. जो कि विज्ञापन देखकर आवेदन भरा गया था आवेदन पत्र के बाद वेबसाइट लिंक में कुछ दिनों बाद परीक्षा की बात कही गई जिसमें परीक्षा ऑनलाइन कही गई थी.
परीक्षा के एक माह बाद लगभग रेलवे वेब साइट सें इंटरव्यू तारीख पता चला व इंटरव्यू देने पंचराम तथा उसके पुत्र को घड़ी चौक स्थित कृष्णा कंपलेक्स बुलाया गया. इंटरव्यू देने लगभग 300 से ज्यादा उम्मीदवार उपस्थित थे. वहां एक अधिकारी द्वारा कहा गया कि इंटरव्यू ही काफी नहीं है. आप लोग बहुत मेहनत से यहां तक पहुंचे, लेकिन उनकी नौकरी की फाइनल लिस्ट बिना पैसे संभव नहीं है.एवं पैसे की बात कही गई. कुल रकम 3 लाख की डिमांड किया गया जिसमें से इंटरव्यू लेने वाले दिन ही डेढ़ लाख तथा बाद में खाते पर डेढ़ लाख की मांग की गई.
रकम लेने के बाद पंचराम को 15 दिन का इंतजार करने कहा गया और बताया गया कि जॉइनिंग लेटर दिल्ली से आएगा, कुछ दिन आगे पीछे हो सकता है. कुछ दिन बाद पंचराम ने नरेंद्र देवांगन के मोबाइल पर संपर्क करने के बाद गोलमोल जवाब देने पर ठगे जाने का एहसास हुआ. वहीं इस ठगी में पंचराम के साथ लगभग 3 दर्जन लोग से भी पैसा लेकर कुल 20 लाख रुपये की ठगी बेरोजगारों से किया गया है. जिसकी शिकायत मौदहापारा थाना में दर्ज कराया गया. शिकायत के बाद से आरोपी विसेसर लाल देवांगन पिता जवाहर देवांगन (24) सरकण्डा जिला बिलासपुर निवासी फरार था, जिसे आज गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया.