रायपुर. मंत्रालय में चपरासी की नौकरी लगाने के नाम पर दर्जन भर से अधिक लोगों से लाखों रुपए की ठगी करने वाले दो आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. आरोपी ने 17 लोगों से कुल 22 लाख 90 हजार रुपए की ठगी की थी. इस ठगी का मास्टर माइंड शेख असलम रजा है. आरोपी शेख असलम रजा खुद को पुलिस विभाग में एसआई बताता था. इसके साथ ही वह अपने पिता को सिंचाई विभाग में एसडीओ और पत्नी को मंत्रालय में पदस्थ होने का झांसा देकर लोगों को फांसता था. आरोपी शेख असलम कवर्धा का रहने वाला है. आरोपी ठगी करने के बाद फरार हो गया था और पुलिस को चकमा देने के लिए बार बार ठिकाना बदल रहा था. मुखबिर से सूचना मिलने पर शेख असलम को छापामार कर पकड़ लिया.
पुलिस के मुताबिक भरतलाल पटेल निवासी न्यू कृष्णा नगर रायपुर ने थाना टिकरापारा में रिपोर्ट दर्ज कराया कि उसके रिश्ते के साले पोखेन्द्र कुमार पटेल निवासी ग्राम कमरौद थाना खल्लारी ने बताया कि उसका दोस्त शेख असलम ने पुलिस विभाग में एसआई है तथा उसके पिता शेख सलामत सिंचाई विभाग में एसडीओ एवं उसकी पत्नी कनिज फातिमा मंत्रालय में पदस्थ है. शेख असलम मंत्रालय में चपरासी के पद पर नौकरी लगवा देने की बात बोल रहा है. जिसके लिए रुपए देने होंगे और नौकरी नहीं लगेगा तो पूरा रकम वापस हो जाएगा.
भरतलाल पटेल ने अपने रिश्ते के साले पोखेन्द्र कुमार पटेल की बातों में आकर अपने भतीजे ढलेश कुमार पटेल का मंत्रालय में चपरासी के पद पर नौकरी लगाने पोखेन्द्र पटेल को रुपए दे दिया. इस बात की जानकारी भरतलाल ने अपने अन्य रिश्तेदारों एवं परिचितों को दिया, जिसके बाद उसके रिश्तेदार एवं परिचितों ने भी नौकरी लगाने के नाम पर पोखेन्द्र पटेल को रुपए दिए.
भरतलाल एवं अन्य द्वारा पोखेन्द्र पटेल से नौकरी के संबंध में पूछताछ करने पर वह कहा कि कुछ दिनों बाद कॉल लेटर आएगा. कुछ दिन बीतने के बाद पोखेन्द्र पटेल से संपर्क किया गया तो वह टाल मटोल करने लगा एवं सभी को घुमाने लगा. टाल मटोल से परेशान होकर शेख असलम से संपर्क किए तो वह भी घुमाने लगा. इसके बाद सभी लोगों एकजुट होकर असलम पर दबाव डाला तो उन्होंने कुछ रकम वापस दिया, जिसे भुगतान के लिए बैंक में लगाने पर बाउंस हो गया. जिस पर अन्य लोग शेख असलम के घर गए तो घर बंद था. आस-पास के लोगों से पूछताछ किए तो पता चला कि शेख असलम या उसके परिवार के लोग कोई भी नौकरी नहीं करते हैं और यहां से मकान छोड़कर जा चुके हैं.
तब भरतलाल एवं अन्य लोगों को स्वयं के साथ ठगी होने का अहसास हुआ. जिस पर आरोपियों के विरूद्ध थाना टिकरापारा में अपराध पंजीबद्ध किया गया. रिपोर्ट के बाद क्राइम ब्रांच व थाना टिकरापारा की टीम द्वारा आरोपियों की पतासाजी प्रारंभ की गई. टीम ने आरोपियों के छिपने के हर संभावित स्थानों पर रेड मारी गई. इस दौरान आरोपी शेख असलम रजा एवं पोखेन्द्र कुमार पटेल को गिरफ्तार किया गया.
आरोपियों इन लोगों से की गई नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी –
- भारत लाल पटेल 1 लाख
- ढलेश कुमार पटेल ग्राम जोबा 1 लाख 10 हजार
- वेदन पटेल ग्राम मोंगरापाली 1 लाख 30 हजार
- नरेश पटेल ग्राम पटेरापाली 1 लाख 30 हजार
- संजय पटेल ग्राम जोबा 1 लाख 30 हजार
- भुनेश्वर साहू ग्राम अछरीडीह 1 लाख 50 हजार
- टिकश पटेल ग्राम लचकेरा 1 लाख 30 हजार
- नेत राम निर्मलकर ग्राम धनोरा 1 लाख 50 हजार
- नोहर कुमार निर्मलकर ग्राम धनोरा 1 लाख 50 हजार
- शेख नारायण पटेल ग्राम कमरौद 1 लाख 50 हजार
- खिलेन्द्र साहू ग्राम कमरौद 1 लाख 50 हजार
- उमाशंकर धोबी ग्राम भोथाडीह 1 लाख 50 हजार
- सुखराम धोबी ग्राम भोथाडीह 1 लाख 50 हजार
- डूबेश्वर सिंह ग्राम गौढ़ीखुर्द 1 लाख 50 हजार
- सूरज धोबी ग्राम बरतोरी 1 लाख 50 हजार
- बलराम ध्रुव ग्राम पतेरापाली 1 लाख 50 हजार
- सुभाष बघेल 60 हजार