संतोष राजपूत, डोंगरगढ़. अवैध खनन माफियाओं का मनमाना रवैया और हमला करने का घटना बढ़ता ही जा रहा है. ताजा मामला डोंगरगढ़ से निकलकर सामने आया है. जहां एक निजी चैनल के पत्रकार को रिपोर्टिंग के दौरान एक घंटे तक बंधक बनाकर पीटा गया है. डोंगरगढ़ थाने में इसकी शिकायत करने के बाद कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है.
दरअसल पूरा मामला बीते मंगलवार यानि 19 जून का है. जहां ग्राम रामटोला व मक्काटोला के बीच अवैध खनन की जानकारी मिलने के बाद पत्रकार राहुल ओझा रिपोर्टिंग करने पहुंचा हुआ था. कि जेसीबी मालिक मानसिंह वर्मा और पूर्व सरपंच देवांगन ने करीब एक घंटे तक बंधक बनाकर 10 से 12 साथियों के साथ मिलकर मारपीट की. और धमकी देते हुए वहां से भगा दिया.
इसकी जानकारी डोंगरगढ़ थाने में देने के बावजूद भी अब तक भाजपा के रसूखदार नेता के दबाव के चलते पुलिस हमलावर मानसिंह वर्मा और पूर् सरपंच समेत उनके साथियों पर कोई कार्रवाई नहीं कर रही है. जब इसकी जानकारी अन्य पत्रकार साथियों को हुई तो उन्होंने थाने में जाकर इस मामले की जानकारी लेने चाही तो एसआई जेएल साहू ने थाने की फोटो और वीडियो लेने से मना कर दिया. और अधिकारियों के आदेश नहीं होने का रौब झाड़ते हुए जानकारी देने से भी इनकार कर दिया.
पुलिस और खनन माफियाओं के इस रवैया से पत्रकारों में काफी आक्रोशित है. वहीं इस मामले पर पुलिस की भूमिका सन्देहास्पद नजर आने पर पत्रकरों ने अनुविभागीय अधिकारी प्रेमलता चंदेल से निष्पक्ष जांच की मांग की है. जिसके बाद उन्होंने जल्द ही जांच करवाने की बात कहीं है.