शिवम मिश्रा, रायपुर। IIT JEE और NEET परीक्षाओं को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल करने के बाद खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने एक बार फिर इन परीक्षाओं को स्थगित करने की मांग केंद्र सरकार से की है. वहीं परीक्षार्थियों के कोरोना से संक्रमित होने के अलावा बाढ़ की स्थिति से जूझ रहे हैं, ऐसे में उच्चतम न्यायालय से लोगों की भावना, भविष्य और हित को देखते हुए फैसला लेने की अपील की है.

सुप्रीम कोर्ट में मंत्री अमरजीत भगत के साथ अन्य लोगों की ओर से लगाई गई याचिका पर आज शाम सुप्रीम कोर्ट के फैसला सुनाई जाने की उम्मीद है. इस बीच मंत्री भगत ने प्रेस वार्ता आयोजित कर कहा कि देश के 16 लाख छात्रों ने IIT JEE और NEET परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन फॉर्म भरे हैं. इस पर मेरा देश के प्रधानंत्री से पुनः आग्रह है कि कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए तत्काल परीक्षाओं को स्थगित करें.

भगत ने कहा कि इस समय पूरे विश्व में संक्रमण सवार है, सभी सरकारी और निजी अस्पताल भरे हुए है, बहुत सारे क्षेत्रों में बाढ़ की स्थिति है. जिन 16 लाख छात्रों ने फॉर्म रजिस्ट्रेशन कराया है. उनमें से भी कई छात्र संक्रमित, अस्वस्थ और बाढ़ से प्रभावित है. ऐसे समय में परीक्षा का आयोजन कर सभी को सामान्य अवसर मिल पाना, अपने आप मे केंद्र सरकार पर प्रश्न चिन्ह खड़ा करता है. उन छात्रों के भविष्य का क्या होगा, जिनके घर बाढ़ से प्रभावित होकर डूबे हुए है.

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री से पुनः आग्रह है कि जब तक स्थिति नियंत्रण में नहीं हो जाती तब-तक परीक्षाओं को स्थगित करें. अगर छात्रों का जीवन सुरक्षित रहेगा तो भविष्य में बहुत से अवसर मिलेंगे. जिसमें वे भाग ले पाएंगे.

मंत्री भगत ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार द्वारा परीक्षाओं का आयोजन कराने राज्य सरकारों पर थोप रही है. मेरे साथ और अन्य पांच राज्यों के मंत्रियों ने सुप्रीम कोर्ट में आवेदन दायर किया है. आज शाम को सुप्रीम कोर्ट में अंतिम सुनवाई है. उच्चतम न्यायालय को लोगों की भावनाओं के अनुरूप निर्णय लेना चाहिए. भारत में कोरोना संक्रमण फैला हुआ है, भारत सरकार को परीक्षाओं को रोकने का आदेश देना चाहिए.