सुप्रिया पाण्डेय, रायपुर। देश ही नहीं पूरी दुनिया में कोरोना वायरस से बचने के लिए शोध जारी है. भले ही वैक्सीन आ गई हो लेकिन अब भी वैज्ञानिक इस वायरस को खत्म करने की दिशा में लगे हुए हैं. वहीं छत्तीसगढ़ के आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने बस्तरवासियों को संबोधित करते हुए एक सभा में कहा कि बस्तर के लोग चापड़ा चटनी की वजह से कोरोना से बचे हुए हैं.
मंत्री कवासी लखमा बोले कि हिन्दूस्तान ही नहीं पूरे देश दुनिया में कोरोना फैला है लेकिन कोरोना काल में रायपुर, दिल्ली और अमेरिका से ज्यादा सुरक्षित बस्तर है. बस्तर के लोगों को चापड़ा खाने से कोरोना कम हुआ है, इसलिए भारत सरकार को इस पर रिसर्च करना चाहिए.
दरअसल, बस्तर में लाल चींटियों से बनी हुई चटनी को चापड़ा कहा जाता है. ये बस्तर के बाजार में भी बेची जाती है, जिसकी कीमत महज 5 रूपए है. यदि किसी को बस्तर में बुखार आता है तो उसे चीटियों के ऊपर बिठा दिया जाता है और बस्तरवासियों का मानना है कि चीटियों के कांटने से बुखार ठीक हो जाता है.
छत्तीसगढ़ में अब तक कोरोना के कुल 2 लाख 87 हजार 556 मामले सामने आए हैं, जिसमें एक्टिव मरीजों की संख्या 9 हजार 45 है. कोरोना से अब तक 3 हजार 469 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं 2 लाख 75 हजार 42 लोग कोरोना से ठीक होकर घर लौट चुके हैं.