प्रदीप शर्मा, गोपालगंज. Martyr Manish Tiwari: गोपालगंज जिले के भोरे प्रखंड के तिवारी चफवा गांव में आज से 13 दिन पूर्व सीमा पर शहीद हुए मनीष तिवारी के अंत्येष्टि कार्यक्रम में शरिक होने संध्या समय बिहार सरकार के गना उद्योग मंत्री व गोपालगंज जिले के प्रभारी मंत्री कृष्णानंद पासवान, अनुसूचित जाति जनजाति कल्याण विभाग के मंत्री जनक राम उनके घर पहुंचे. जहां, शहीद मनीष के तैल्य चित्र पर माल्यार्पण कर शहीद को श्रद्धांजलि अर्पित की.

‘परिवार के एक सदस्य को मिलेगी नौकरी’

इस दौरान गना उद्योग मंत्री कृष्णा नंदन पासवान ने परिजनों को सांत्वना देते हुए उनका ढाढ़स बढ़ाया. उसके बाद मीडिया से बातचीत के दौरान मंत्री ने कहा की, देश की सीमा पर शहीद होना गौरव की बात है. इस परिवार क़े साथ सरकार कंधा मिलाकर खड़ी है. इस परिवार के एक सदस्य को सरकार की तरफ से सरकारी नौकरी दी जाएगी. इस मामले में हमारी बात बिहार सरकार के शिक्षा मंत्री सुनील कुमार से भी हुई है. उन्होंने भी इस परिवार को सरकारी नौकरी देने की बात कही है. हम जिलाधिकारी से भी इस मामले में बात करेंगे कि शहीद के नाम पर इस गांव में शहीद के लिए कुछ बनाया जा सके.

मंत्री जनक राम ने कही ये बात

वहीं, अनुसूचित जाति जनजाति कल्याण विभाग के मंत्री जनक राम ने कहा कि, सीमा पर शहीद मनीष तिवारी की शहादत ब्याय नहीं जाएगी. हमारी सरकार शहीद के परिवारों के साथ हमेशा खड़ी है. आज मैं इस माटी को नमन करता हूं. उन्होंने एक ऐसे लाल को पैदा किया, जो देश की रक्षा के लिए अपनी प्राण को आहुति दे दिया. ऐसे शहीद को मैं नमन करता हूं. मेरी संवेदनाएं इस परिवार के साथ हमेशा रहेगी.

शहीद चौक बनाने की मांग

वहीं, शहीद मनीष के छोटे भाई ने बिहार सरकार से मांग करते हुए कहा कि, हमारे भाई के शहादत पर मेरे गांव के स्कूल का नाम और भोरे के वायरलेस मोड का नाम शहीद मनीष चौक के नाम से रखा जाए. इस पर जिला प्रभारी मंत्री ने कहां की, इस पर विचार किया जाएगा. यह बड़ी प्रक्रिया है. हम वादा नहीं करते हैं, लेकिन इस पर बात होगी.

16 दिसंबर को शहीद हुआ था जवान

बता दें शहीद मनीष मूल रूप से भोरे थाना क्षेत्र के तिवारी चफवा गांव निवासी मार्कंडेय तिवारी के पुत्र थे, जो डिफेंस आर्मी कोर यूनिट में हवलदार के पद पर जम्मू कश्मीर के राजौरी में भारत पाक सीमा पर तैनात थे। सोमवार 16 दिसंबर की अहले सुबह जब वह अपने निर्धारित पोस्ट से ड्यूटी कर यूनिट की तरफ लौट रहे थे, तभी घात लगाए आतंकवादियों ने हमला कर दिया, जिसमें मनीष कुमार तिवारी की मौत हो गई थी.

मौत की सूचना एयर डिफेंस यूनिट के जेए द्वारा मनीष कुमार तिवारी के पिता मार्कंडेय तिवारी को सोमवार की दोपहर करीब 12:00 बजे फोन कर दी गई थी. वहीं, अंत्येष्टि कार्यक्रम के दौरान भाजपा के जिला अध्यक्ष मंटू गिरी, एमएलसी राजीव कुमार सिंह सहित भारी संख्या में लोग मौजूद थे.

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