हेमंत शर्मा, रायपुर. व्हाट्सएप जासूसी मामले पर जांच कराए जाने के ऐलान को वन मंत्री मोहम्मद अकबर ने सही फैसला बताया है. उन्होंने कहा कि फोन टैपिंग का मामला गंभीर होता है. किसी राज्य शासन द्वारा इसे संज्ञान में लेकर जांच की कार्रवाई की जाती है तो यह होना चाहिए. यदि कोई नियम विरुद्ध काम करता है. उसे भयभीत होने की जरूरत है. जो सही रास्ते पर चल रहा है, उसे भयभीत होने की जरूरत नहीं है.

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छवि सुधारने की कोशिश

इधर, बीजेपी ने इस फैसले को सरकार पर छवि सुधारने का प्रयास बताया है. बीजेपी प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव ने कहा कि इस देश में कानून और संविधान है. निजता का हनन नहीं होना चाहिए. लेकिन जिस तरीके से पिछले दिनों मुकेश गुप्ता के मामले में जांच चल रही थी, उसमें मुकेश गुप्ता का यह आरोप कि सरकार उसके परिवार की फोन टैपिंग कर रही है. सरकार ने इसे कोर्ट में भी स्वीकार किया था. वह बहुत बड़ी बात थी कि सरकार ने खुद उसे स्वीकार किया. ऐसे समय में भूपेश बघेल सरकार की छवि खराब हुई.

मुझे लगता है उस पूरे विषय को डायवर्ट करने के लिए और अपनी छवि सुधरने के लिए जांच कमेटी बनाई है. सरकार उनकी है जांच करे. हमें आपत्ति नहीं है. बीजेपी का स्पष्ट मानना है कि जो नियमों और संविधान के  अंतर्गत है. उसके आधार पर हो. यह सरकार सभी प्रकार के कृत्यों  में शामिल है अब दबाव में आकर इस तरह का निर्णय लिया है.