JHARKHAND: झारखंड की Hemant Soren Government ने बुधवार को विधानसभा में प्रस्ताव पेश किया कि रांची का मुख्य राज भवन अब भगवान बिरसा मुंडा के नाम पर ‘बिरसा भवन’ और दुमका का राज भवन संताल विद्रोह के नायकों सिदो-कान्हू के नाम पर ‘सिदो-कान्हू भवन’ कहलाएगा। Jharkhand के संसदीय कार्य मंत्री राधाकृष्ण किशोर ने बुधवार को राज्य विधानसभा में खड़े हुए और प्रस्ताव रख दिया कि राजभवन का नाम बदलकर ‘बिरसा भवन’ करने का प्रस्ताव रखा। मंत्री ने सदन में कहा कि रांची का मुख्य राज भवन का नाम बिरसा भवन होगा, भगवान बिरसा मुंडा के सम्मान में। वहीं दुमका का राज भवन सिदो-कान्हू भवन कहलाएगा, संताल विद्रोह के नायकों सिदो और कान्हू मुरमू के नाम पर होगा। बुधवार को पूर्वाह्न करीब 11 बजे विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही किशोर ने सदन में अपना प्रस्ताव रखा।

झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। मंत्री राधाकृष्ण किशोर ने कहा कि राज भवन राज्य सरकार की संपत्ति है। उन्होंने कहा, “हम सब जानते हैं कि Governor की नियुक्ति President द्वारा की जाती है। Articles of the Constitution 154 के तहत राज्य की कार्यकारी शक्ति गवर्नर में होती है, इसलिए उनका कार्यालय भी राज्य का हिस्सा है। संपत्ति पर नाम रखने का पूरा अधिकार राज्य सरकार को है।  राज्य के विधायी कार्य राज्यपाल के कार्यालय से ही संचालित होते हैं।”
केंद्र सरकार ने 3 December को पूरे देश में सभी राज भवनों का नाम लोक भवन करने का आदेश दिया था। झारखंड ने भी तुरंत इसे लागू कर दिया। लेकिन अब राज्य सरकार ने अपना अलग प्रस्ताव पेश कर दिया है। रांची का राज भवन 52 एकड़ में फैला है। इसके साथ 10 एकड़ में ऑड्रे हाउस भी है। इसकी नींव 1930 में पड़ी थी और मार्च 1931 में सिर्फ 7 लाख रुपये की लागत से बनकर तैयार हो गया था।

उन्होंने सदन में कहा, “राज्य में स्थापित सरकारी चल और अचल संपत्तियों का नाम बदलने का अधिकार केवल राज्य सरकार के पास है। इसी संदर्भ में मैं प्रस्ताव करता हूं कि रांची स्थित राजभवन का नाम बिरसा मुंडा के नाम पर ‘बिरसा भवन’ रखा जाए और दुमका स्थित राजभवन का नाम सिदो और कान्हू मुर्मू के नाम पर ‘सिदो-कान्हू भवन’ रखा जाए।”

Follow the LALLURAM.COM MP channel on WhatsApp
https://whatsapp.com/channel/0029Va6fzuULSmbeNxuA9j0m