सुप्रिया पांडेय, रायपुर। कृषि कानून के विरोध में चल रहे किसान आंदोलन को लेकर स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि आप सोचिए कि ऐसी परिस्थिति कब बनी होगी? राजधानी की सड़कों को सुरक्षा के घेरे में बांधा जा रहा है. पड़ोसी देश जहां युद्ध जैसी स्थिति हो, वहां भी ऐसी स्थिति नहीं होगी.

स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन को लेकर कहा कि देश की राजधानी के संदर्भ में ऐसा हो रहा है. इससे दुर्भाग्यजनक स्थिति क्या हो सकती है, ढ़ोंग करने की आवश्यकता नहीं है. सरकार बात करने मे क्यों कतरा रही है? जायज मांगों को मानने में क्यों कतरा रही है? ये समझ से परे है. उन्होंने सवाल किया कि सरकार का कमिटमेंट किन लोगों को है? देश भर में यदि आज आंदोलन हो रहे है तो वे कहते है कि ये सिर्फ पंजाब वालों का है कोई और साथ नहीं दे रहा है. मुझे लगता है कि ये बात देश के अन्य किसानों तक भी पहुंच रही है, और वे इससे जुड़ रहे है.

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ घोषणा पत्र को लेकर हुए चर्चा के बाद मीडिया से चर्चा में मंत्री सिंहदेव ने कहा कि घोषणा पत्र के संदर्भ में चर्चा हुई कि इसमें कितने बिंदु थे, और कौन-कौन से काम पूरे हो गए है. लिखित में सबको उपलब्ध कराने के भी निर्देश मिले है. जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्षों को लिखित में उपलब्ध कराएंगे. संगठन की अपेक्षाओं को लेकर मंत्री ने कहा कि अपेक्षाएं तो हैं, विकास से जुड़ी हुई विभागों की गतिविधियां रहती है. कुछ भागीदारी संगठन की भी रहे ये बातें आई है. यूनिवर्सल हेल्थ स्कीम को लेकर मंत्री ने कहा कि काम चल रहा है, नाम नहीं है.