रायपुर. धान खरीदी में अंतर की राशि किसानों को नहीं देने के मामला सदन में गूंजा. इस दौरान पक्ष-विपक्ष के बीच भारी बहस हुई. मंत्री प्रेमसाय सिंह के जवाब से असंतुष्ट बीजेपी विधायकों ने सदन से बहिर्गमन कर दिया.

प्रश्नकाल में प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने पूछा कि 2500 रुपये सर्मथन मूल्य पर धान की खरीदी की जा रही है. 1 नवम्बर 2018 से 21 जनवरी 2019 तक जिन किसानों ने पुराने दर पर धान बेचा है, उनमें कितने किसानों को अंतर की राशि दे दी गई है?

सहकारिता मंत्री प्रेमसाय सिंह ने सदन में कहा कि 15 लाख 71 हजार किसानों से धान खरीदा गया है. 19 हजार किसानों को अंतर का भुगतान कर दिया गया है. 1 लाख 80 हजार किसानों को अंतर का भुगतान नहीं किया गया है. ये भुगतान जल्द किया जाएगा. समयसीमा बताया जाना सम्भव नहीं है.

शिवरतन शर्मा ने पूछा कि सदन में ही यह जवाब दिया गया है कि दो सालों की शेष बोनस राशि देने का प्रावधान नहीं किया गया है? जेसीसी विधायक धर्मजीत सिंह ने पूछा कि सरल प्रश्न का सरल जवाब आना चाहिए था? किसानों को क्यों भुगतान नहीं किया गया? क्या पैसा नहीं है?

मंत्री प्रेमसाय सिंह ने कहा कि हम दो सालों का बकाया बोनस भी देंगे, जिसे आप लोगों ने नहीं दिया था. मंत्री के जवाव से बीजेपी विधायक नाराज हुए. विधायकों ने कहा कि मंत्री की ओर से एक भी प्रश्न का जवाब नहीं दिया जा रहा है.  शिवरतन शर्मा की टिप्पणी कांग्रेस विधायक अमरजीत भगत ने कहा कि हमारे आदिवासी मंत्री को अपमानित किया जा रहा है.