नई दिल्ली- लोकसभा चुनाव को लेकर छत्तीसगढ़ चुनाव समिति की बैठक दिल्ली में आयोजित हुई,जिसमें छत्तीसगढ़ के सभी 11 लोकसभा सीटों के संभावित उम्मीदवारों के नाम पर गहन विचार विमर्श किया गया. बैठक में भूपेश सरकार के कुछ मंत्रियों और कांग्रेस के कुछ विधायकों को लोकसभा चुनाव लड़ाने की संभावनाओं पर भी चर्चा की गई और सुझाव दिये गये कि आवश्यकता पड़ने पर कुछ मंत्री और विधायकों को लोकसभा के चुुनावी समर में उतारा जाये.सूत्रों ने बताया कि स्पीकर चरणदास महंत,गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू और उद्योग मंत्री कवासी लखमा को लोकसभा चुनाव लड़ाने की संभावनाओँ पर भी चर्चा हुई.
दिल्ली के 15 गुरुद्वारा रकाबगंज रोड में तकरीबन ढाई घंटे तक चुनाव समिति की बैठक चली,जिसमें सभी दावेदारों की लिस्टिंग करके स्क्रीनिंग कमेटी को सौंपने का निर्णय लिया गया.बताया जा रहा है कि कल दिल्ली में स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक होगी,जिसमें दावेदारों की लिस्ट को छोटी कर सभी लोकसभा क्षेत्रों के लिये दो या तीन नामों का पैनल तैयार किया जायेगा. यह भी बताया जा रहा है कि कुछ लोकसभा में सिंगल नाम पर ही सहमति बना ली जायेगी.बैठक में एआईसीसी के छत्तीसगढ़ प्रभारी पीएल पुनिया, दोनों प्रभारी सचिव डॉ चंदन यादव और डॉ अरुण उरांव, पीसीसी अध्यक्ष व सीएम भूपेश बघेल के साथ ही चुनाव समिति के सदस्य मौजूद थे.
बैठक में रायपुर लोकसभा के दावेदारों में महंत रामसुंदर दास, महापौर प्रमोद दुबे, पूर्व महापौर किरणमयी नायक, शैलेश नितिन त्रिवेदी, गिरीश देवांगन, राजेन्द्र तिवारी जैसे नामों पर चर्चा हुई. बस्तर लोकसभा से कवासी लखमा के अलावा उनके बेटे कवासी हरीश और पूर्व विधायक देवती कर्मा के नामों पर चर्चा हुई. बताया जा रहा है कि सीएम भूपेश बघेल देवती कर्मा को बस्तर लोकसभा से प्रत्याशी बनाये जाने के पक्ष में हैं. इसके अलावा कोरबा लोकसभा सीट से विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत की पत्नी ज्योत्सना महंत के नाम पर भी चर्चा की गई.जांजगीर लोकसभा से गुरु बालदास को उम्मीदवार बनाये जाने पर भी विचार विमर्श किया गया.