दिल्ली. भले ही मोदी सरकार लोगों को स्वतंत्रता से जीने और रहन सहन की आजादी की बात करती हो लेकिन मोदी सरकार के एक मंत्री महोदय अब लोगों को फरमान सुना रहे हैं कि वो क्या पहनें और क्या नहीं. उनका ये फरमान देश में आने वाले विदेशी टूरिस्टों के लिए जारी किया गया है.
देश के टूरिज्म मिनिस्टर और कभी नौकरशाह रहे केजे अल्फांस अपने एक बयान के चलते चारों तरफ से घिर गए हैं. इन्होंने एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा कि टूरिस्टों के लिए एक कोड आफ कंडक्ट होना चाहिए. वो इतने पर ही नहीं रूके. मंत्री महोदय ने अपनी भड़ास निकालते हुए कहा कि विदेशी टूरिस्ट अपने देशों में गलियों में भी बिकिनी पहनकर घूमते रहते हैं लेकिन जब वो इंडिया आते हैं तो उनको समझ लेना चाहिए कि हमारे शहरों औऱ गलियों में बिकिनी पहनकर नहीं घूम सकते. वैसे गोवा में वे ऐसा करते रहते हैं लेकिन उनको बाकी शहरों औऱ इलाकों में ऐसा नहीं करना चाहिए. वैसे मंत्री जी की ये मोरल पुलिसिंग किसी को हजम नहीं हो रही है औऱ कई संगठनों ने उनके इस बयान का विरोेध शुरु कर दिया है.
गौरतलब है कि इन्ही मंत्री महोदय ने पिछले साल भी एक विवादित बयान दिया था जिसमें इन्होंने कहा था कि विदेशी मेहमानों को अपने देशों से बीफ खाकर आना चाहिए. वैसे मंत्री जी ने लंबा-चौड़ा भाषण देते हुए खुद को बेहद खुले विचारों वाला बताकर अपने बयान की जमकर लीपापोती भी की. खास बात ये है कि ये अक्सर चर्चा में रहते आए हैं. दिल्ली में डीडीए के नौकरशाह के तौर पर इनकी ख्याति डिमोलिशन मैन के रुप में रही है. जहां भी इनका विवादों से खूब नाता रहा है.
भले ही सरकार कहती हो कि वो लोगों के खानपान और रहन-सहन को नियंत्रित नहीं करना चाहती लेकिन सरकार के मंत्री का बयान तो ऐसे ही संकेत देता है. वैसे मंत्री जी के बयान के बाद बवाल शुरु हो गया है लेकिन मंत्री जी को तो वैसे भी बवाल करने और झेलने की आदत सी पड़ गई है. तो, इस बार एक बवाल और सही.