सुधीर दंडोतिया, भोपाल। लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण की वोटिंग प्रक्रिया कल मंगलवार को समाप्त हो गई। मध्य प्रदेश की 9 सीटों मतदान किया गया जिसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री समेत 9 दिग्गजों की किस्मत EVM में कैद हो गई। मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए दोनों दलों के दिग्गजों ने एड़ी-चोटी का जोर लगा दिया। जिसके बाद प्रदेश में रात 8 बजे तक 63.09 फीसदी वोटिंग हुई। लेकिन प्रदेश में मतदान प्रतिशत का आंकड़ा बढ़ाने की जिम्मेदारी लेने वाली मंत्री अपने ही क्षेत्रों में फिसड्डी साबित हुए और जनता को मतदान केंद्र तक पहुंचाने में सफल नहीं हो पाए।
मध्य प्रदेश में तीसरे चरण के लिए 9 संसदीय सीटों पर 11 मंत्रियों की साख दांव पर लगी है। मतदान बढ़ाने की जिम्मेदारी उठाने वाले नौ मंत्रियों का जादू अपने ही विधानसभा क्षेत्र में नहीं चला। 6 महीने पहले हुए पहले हुए विधानसभा चुनाव की तुलना में कृषि मंत्री एंदल सिंह कंषाना की सुमावली सीट पर 19.4 प्रतिशत कम वोट डले। वहीं कद्दावर मंत्री विजय शाह की हरसूद में 12.76 और तीन बार के विधायक राकेश शुक्ला की मेहगांव विधानसभा में 10.66 फीसदी वोट कम पड़े। सिर्फ कृष्णा गौर की गोविंदपुरा सीट पर 9.68 फीसदी अधिक वोट पड़े हैं।
अपनी विधानसभा में रिकॉर्ड बनाने वाले 10 मंत्रियों के ही विधानसभा क्षेत्रों में कम वोटिंग ने सवाल खड़े कर दिए हैं। कम वोटिंग वालों में कृषि मंत्री कंषाना टॉप पर हैं तो मंत्री विजय शाह दूसरे स्थान पर है। तीसरे नंबर पर मेहगांव से जीते राकेश शुक्ला हैं। अमित शाह की गाइडलाइन के बाद सभी ने अपने क्षेत्र में वोटिंग प्रतिशत बढ़ाने के प्रयासों के दावे किए, लेकिन इछावर में मंत्री करण सिंह वर्मा, गौतम टेटवाल, नारायण सिंह पंवार, विश्वास सारंग, प्रद्युम्न सिंह तोमर और मंत्री नारायण सिंह कुशवाहा अपनी विधानसभा में बंपर वोट कराने में बुरी तरह पिछड़ गए हैं।
विधानसभा चुनाव 2023में मंत्रियों के क्षेत्र में वोटिंग परसेंट के मुकाबले कितने पड़े वोट
मंत्री विजय शाह के क्षेत्र हरसूद में 12.76 % वोटिंग कम रही
करण सिंह वर्मा के क्षेत्र में 7.45%
एंदल सिंह कंसाना के क्षेत्र में 19.4%
राकेश शुक्ला के क्षेत्र में 10.99 %
नारायण सिंह पवार के क्षेत्र में 9.49 प्रतिशत
गौतम टटवाल के क्षेत्र सारंगपुर में 5.61 प्रतिशत
प्रद्युम्न सिंह तोमर के क्षेत्र ग्वालियर में 6.75%
नारायण सिंह कुशवाहा के क्षेत्र ग्वालियर दक्षिण में 2. 74% मतदान कम हुआ
बता दें कि पहले दो चरणों में प्रदेश में कम मतदान प्रतिशत के बाद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मंत्रियों की क्लास ली थी और उन्हें वोटिंग परसेंट बढ़ाने के लिए कहा था। गौरतलब हो कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भोपाल में वोटिंग से एक दिन पहले कहा था कि जिस मंत्री के क्षेत्र में कम वोटिंग हुई तो उसका मंत्री पद जाएगा।
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