नई दिल्ली . गृह मंत्रालय ने हनुमान जयंती की तैयारी को लेकर सभी राज्यों को एडवाइजरी जारी की है. इसके तहत राज्य सरकारों को कानून व्यवस्था बनाए रखने, त्योहार का शांतिपूर्ण पालन करने और समाज में सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने वाले किसी भी कारक की निगरानी सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है. हनुमान जयंती 6 अप्रैल को मनाई जाएगी.
रामनवमी पर बिहार और पश्चिम बंगाल के कई जिलों में हिंसा के बाद से केंद्र सरकार पहले से ही अलर्ट मोड पर है. इसलिए पहले ही सभी राज्यों को त्योहार के दौरान कड़ी निगरानी के निर्देश दे दिए गए हैं. इस बार केंद्र किसी भी तरह की चूक बर्दाश्त नहीं करेगी. गृह मंत्रालय ने अपनी एडवाइजरी में राज्यों से कहा है कि त्योहार के दौरान वह ऐसे हर तत्व पर नजर रखें, जिसके सांप्रदायिक सौहार्द्र बिगाड़ने की आशंका हो सकती है.
कलकत्ता हाईकोर्ट का आदेश
कलकत्ता हाईकोर्ट ने भी हनुमान जयंती को लेकर आदेश दिया है. हाईकोर्ट ने बंगाल सरकार से कहा कि आप केंद्र सरकार से फोर्स मांगिए. अगर राज्य में पुलिस बल पर्याप्त नहीं है तो आप पैरामिलिट्री फोर्स की मदद ले सकते हैं. आखिरकार हम अपने नागरिकों की सुरक्षा चाहते हैं.
दिल्ली में जयंती से पहले फ्लैग मार्च
दिल्ली में भी हनुमान जयंती से एक दिन पहले दिल्ली पुलिस ने जहांगीरपुरी में फ्लैग मार्च किया. पुलिस ने 6 अप्रैल को हनुमान जयंती पर जहांगीरपुरी इलाके में जुलूस निकालने के लिए विश्व हिंदू परिषद और एक अन्य समूह को अनुमति देने से मना कर दिया.
हनुमान जयंती पर माहौल बिगाड़ने वालों पर रहेगी नजर :
गृह मंत्रालय ने साफ तौर पर अपनी इस एडवाइजरी में हनुमान जयंती पर माहौल बिगाड़ने वालों को नजर रखें जाने की बात कहीं है, ताकि त्योहार का शांतिपूर्ण ढंग से मनाया जा सके. इस बारे में गृह मंत्रालय ने ट्वीट जारी किया है और सभी राज्यों की सरकारों को एडवाइजरी जारी कर किसी तरह की कोई हिंसा का माहौल न बने इसके लिए पहले ही सतर्क कर दिया है. सरकारों को कानून और व्यवस्था बनाए रखने, त्योहार का शांतिपूर्ण पालन करने और समाज में सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने वाले किसी भी कारक की निगरानी सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है.