रायपुर। रोजी-मजदूरी कर जीवनयापन करने वाले बुजुर्ग की मौत के बाद अनाथ हुई उसकी बेटी की मदद के लिए प्रगतिशील छत्तीसगढ़ सतनामी समाज के साथ ग्रामीण सामने आए. बुजुर्ग की अंतिम यात्रा में ग्रामीणों के साथ बेटी सतरूपा ने भी शव को कांधा दिया. यह दृश्य को देख सभी की आंखें नम हो आई.

नवा रायपुर अटल नगर स्थित सेक्टर 32 खपरी के पास बुजुर्ग और उसकी 14 साल की बेटी सतरूपा मजदूरी कर जीवनयापन करते थे. मंगलवार शाम बुजुर्ग की दिल का दौरा पड़ा. जानकारी होने पर ग्राम सरपंच सुजीत कुमार घिदौडे तुरंत 108 की सहायता से स्थानीय हॉस्पिटल ले गए, जहां डॉक्टरों ने बुजुर्ग को मृत घोषित कर दिया.

हालात को देखते हुए प्रगतिशील छत्तीसगढ़ सतनामी समाज और ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अभनपुर के अध्यक्ष टिकेंद्र बघेल भी मदद के लिए आगे आए और ग्रामीणों के साथ मिलकर अंतिम संस्कार की प्रक्रिया पूरी की. ग्रामीणों के साथ बेटी ने भी पिता की अंतिम यात्रा में कांधा दिया. इस मौके पर सबकी आंखें बरबस ही भर आई.

बच्ची की हालत को देखते हुए समाज के लोगों ने अपनी इच्छाओं के अनुरूप दान कर सहयोग किया गया, जिसमें पंचायत सचिव संघ के पूर्व प्रांताध्यक्ष घनश्याम दास घिदौडे, तुलसीराम घिदौडे, लेखराम, रामजी, धर्मेंद्र, अजित, सूरज घिदौडे व अन्य ने सहयोग किया.