रवि गोयल, सक्ती। नापतोल विभाग का बड़ा कारनामा सामने आया है, जिसमें कैंप में बिना जांच किए ही विभाग के कर्मचारी सत्यापन और सुधारक प्रमाणपत्र देते दिखे. पूरे मामले में नापतोल विभाग के निरीक्षक की भूमिका संदिग्ध नजर आई.
दरअसल, सक्ती में नापतोल विभाग ने कैंप लगाया था, जहां नगर के दुकानदारों को तराजू का सत्यापन कराकर शुल्क अदा कर प्रमाणपत्र हासिल करना था. लेकिन कई दुकानदारों का बिना तराजू लाए ही रुपए लेकर विभाग के कर्मचारी-अधिकारी सत्यापन और सुधार कर रहे थे. अनेक दुकानदारों ने बताया कि बिना तराजू लाए ही उनके तराजू का सत्यापन और सुधार हो गया.
पूरे मामले में विभाग के निरीक्षक की भूमिका संदिग्ध नजर आई, क्योंकि उन्हीं के सामने नियम विरुद्ध काम हो रहा था. इस मामले में नापतोल निरीक्षक नियम विरुद्ध कार्य करने वालों का बचाते करते दिखे.
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