विक्रम मिश्र, लखनऊ. प्रदेश को अपराधमुक्त करने का दावा करने वाली योगी सरकार की हवा राजधानी में ही निकलती हुई दिखाई देने लगी है. जहां पर बैंक रिकवरी के नाम पर कुछ असामाजिक तत्व वाहनों को रुकवाकर उनसे वसूली और बदसलूकी करते हैं. लोगों को जबरदस्ती रोक कर परेशान और बेइज्जत करते हैं. जबरदस्ती पैसा मांगते हैं. नहीं देने पर मारपीट पर आमादा हो जाते हैं. इतना ही नहीं महिलाओं और लड़कियों को रोक के उलटी सीधी हरकरते भी करते हैं.
दरअसल, लखनऊ के आउटर इलाकों में एक सिंडिकेट झुण्ड बनाकर कुछ लोग बैंक के नाम पर गुंडई करते हैं. जिसकी सूचना कई बार पुलिस को की भी गई. लेकिन पुलिस कोई कार्रवाई नहीं करती है. आरोपी बैंक मैनेजरो से मिलकर फर्जी अथॉरिटी लेकर वाहन स्वामियों को रोककर अवैध वसूली भी करते हैं. शिकायतकर्ता के मुताबिक 15-20 लोग थाना पारा क्षेत्र के पास ऐसी घटना को अंजाम देते हैं. जबकि पुलिस कभी भी उनको टच नहीं करती है.
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बता दें कि ऐसा सिर्फ मलिहाबाद में ही नहीं हो रहा, बल्कि बीकेटी, सैरपुर, भभूति खंड, आशियाना, कृष्णा नगर थानो के अंतर्गत रिकवरी के नाम पर गुंडई की शिकायतें आ चुकी हैं. लेकिन पुलिस कोई कार्रवाई नहीं करती है.
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