दिल्ली। इस समय कोरोना वायरस से लड़ाई लड़ने में सबसे अहम भूमिका डॉक्टरोंं और मेडिकल स्टाफ की है। देश में जहां इस पेशे के प्रति लोगों में अगाध श्रद्धा है वहीं पड़ोसी पाकिस्तान में हाल एकदम उलट है।
दरअसल, पाकिस्तान के क्वेटा में कोरोना से लड़ाई लड़ रहे डॉक्टरोंं ने अपनी जिंदगी की हिफाजत के लिए सरकार से जरूरी मेडिकल किट की मांग की। जिसके बाद इन डॉक्टरों को पुलिस ने सड़कों पर दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। इतना ही नहीं पुलिस ने डेढ़ सौ से ज्यादा डॉक्टरों को गिरफ्तार कर लिया। सरकार और पुलिस की क्रूरता से खफा डॉक्टरोंं ने इस हालत में काम करने से इंकार कर दिया है। देश में भी सरकार और पुलिस की बर्बरता की जमकर निंदा की जा रही है। तमाम अस्पतालों में डॉक्टरोंं ने काम बंद कर दिया है।
पुलिस की कार्रवाई के खिलाफ गुस्साए डॉक्टरोंं ने कहा कि हम सरकार से जरूरी उपकरण और किट मांग रहे थे। हम जान हथेली पर लेकर कोरोना से लड़ाई लड़ रहे हैं ऐसे में पुलिस का हमें बुरी तरह मारना बेहद शर्मनाक है। इस माहौल में हम घर पर रहकर खुद को कोरोना और पुलिस से बचाएंगे। गौरतलब है कि पाकिस्तान में कोरोना के मामले चार हजार का आंकड़ा पार कर चुके हैं।डॉक्टरों का कहना है कि सरकार भारत की नकल करके डॉक्टरों और इमरजेंसी सेवाओं में लगे लोगों की हौजला अफजाई का नाटक करती है लेकिन उसकी हकीकत बेहद भयावह है। ऐसे में हम अपनी जान जोखिम में क्यों डालें।